हरदोई की गौशालाओ में संरक्षित किए गए गौवंशो के गोबर से एक ब्लॉक में 30kW बिजली का उत्पादन शुरू हो चुका है, जो अब सरकारी दफ्तरों को बिजली उपलब्ध करा रहा है। इतना ही नहीं गौशाला में लगे बिजली मोटर से भी गौवंशो के पीने के लिए स्वक्ष जल उपलब्ध हो रहा है। बता दें कि हरदोई में गोबर से बिजली उत्पादन का ये पहला प्लांट है जो सरकारी दफ्तरों में रोशनी बिखेर रहा है। हरदोई के बावन ब्लॉक में गौवंशो के पशुआश्रय स्थल से निकलने वाले गोबर से बिजली उत्पादन हो रहा है।
आंगनवाड़ी केंद्र समेत कई दफ्तरों को मिल रही बिजली
बता दें कि हरदोई के बावन ब्लॉक में 30 किलोवाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। इस प्लांट की बिजली फिलहाल आंगनवाड़ी केंद्र, पशु आश्रय स्थल, स्वयं सहायता समूह के दफ्तर को उपलब्ध करा दी गई है, जो अब रोशनी से चमक रहे हैं। इसको लेकर जब हरदोई जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की गोवर्धन योजना के अंतर्गत बायोगैस प्लांट की स्थापना की गई है। इसकी लागत 46 लाख आई है। ये प्लांट पशुआश्रय स्थल बावन में लगा है। इससे परिषदीय विधायलय, आंगनवाड़ी सेंटर, ऑफिस, बरात घरों और स्वयं सहायता समूह के ऑफिस में बिजली पहुंचाई जा रही है। इसमें करीब 30 किलोवाट पॉवर जनरेट हो रहा है।
यूपी में जल्द ही बनेंगे 100 नये बायोगैस प्लांट
गौरतलब है कि पिछले महीने केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही 100 नये बायोगैस संयंत्र स्थापित किये जाएंगे। हरदीप सिंह पुरी 27 जनवरी को यूपी के बदायूं में कंप्रेस्ड बायो गैस संयंत्र के लोकार्पण में पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री पुरी ने संवाददाताओं से कहा था कि पिछले सात साल में मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने ‘‘बीमारू राज्य’’ की श्रेणी से आगे बढ़कर हर क्षेत्र में शानदार काम किया है। उन्होंने कहा था, ‘‘बदायूं में कंप्रेस्ड बायो गैस के नये संयंत्र का उद्घाटन होने जा रहा है और राज्य के आठ अन्य जिलों में ऐसे ही नये संयंत्र का शिलान्यास भी किया जाएगा।’’ पुरी ने कहा था, ‘‘अब तक 37 संयंत्र की स्थापना के लिए भूमि चयन आदि की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बड़ा सहयोग मिल रहा है।’’
(रिपोर्ट- राम श्रीवास्तव)
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