प्रयागराज: प्रयागराज पुलिस ने ऑपरेशन जिराफ़ की सफलता के बाद अब ऑपरेशन ऑक्टोपस शुरू किया है । ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत ही करेली के इम्तेयाज़ चावल और अतीक के बिजनेस पार्टनर अब्बास को हिरासत में लिया गया था। प्रयागराज पुलिस के ऑपरेशन जिराफ़ और ऑक्टोपस की टीम वर्क भी चौकाने वाली है। ऑपरेशन जिराफ़ की बात करें तो इस टीम में 6 तेज तर्रार पुलिस कर्मी शामिल किए गए हैं जिसके ऊपर एक एसीपी लेवल का अधिकारी मॉनिटरिंग करता है। इसी तरह ऑपरेशन ऑक्टोपस में 8 विंग काम कर रही है, जिसकी निगरानी भी एक एसीपी के कंधे पर है।
कैसे काम करती है टीम
जिस तरह जिराफ़ लम्बी गर्दन की सहायता से दूर तक देख सकता है उसी तर्ज पर इस ऑपरेशन में लगी पुलिस टीम माफियाओं की बेनामी संम्पत्तियों पर नज़र गड़ाती है और उसकी डिटेल ऑपरेशन ऑकटोप्स की टीम को देती है। ऑक्टोपस की 8 विंग सम्बंधित माफिया की बेनामी संपत्ति के मालिक का बैंक एकाउंट, ITR, सरकारी योजनाओं में लाभ लेने की स्थिति,रजिस्ट्री की जांच, पुलिस वेरिफिकेशन सहित तमाम बिंदुओं पर जांच करके कार्रवाई करती है। पिछले दिनों अतीक की बेनामी संपत्ति के मालिक हूब लाल ने कमिश्नर कोर्ट में जो संपत्ति सरेंडर की थी उसके पीछे भी जांच करने वाली ऑपरेशन ऑक्टोपस की ही टीम थी।
अपराधियों पर लगी लगाम
इन दोनों ऑपरेशन के बारे में डीसीपी सिटी दीपक भूकर से बात की गई तो उनका कहना था कोई भी ऑपरेशन सफल तब होता है जब तक उसकी गोपनीयता बनी रहे इसलिए इस बारे में कोई बयान नहीं दिया जा सकता। बता दें कि यूपी पुलिस इन दिनों अपराधियों के लिए काल साबित हो रही है। यूपी पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से बड़े से बड़े अपराधी इस समय शांत बने हुए हैं। इनके पीछे ऑपरेशन ऑक्टोपस और ऑपरेशन जिराफ का बड़ा हाथ शामिल है। इसके अलावा भी यूपी पुलिस की ओर से अपराध पर नकेल कसने के लिए तमाम कार्रवाईयां की जा रही हैं।
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