उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की नैनी जेल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां अभी माफिया डॉन से नेता बने अतीक अहमद का बेटा अली अहमद बंद है। जेल अधिकारियों ने दावा किया कि अली को जिस उच्च सुरक्षा वाले बैरक में रखा गया है, वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीसीटीवी नेटवर्क स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा बैरकों के बाहर बॉडी वेयर कैमरों से लैस सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया गया है।
आत्मसमर्पण करने तक रहा फरार
अली का नाम पहली बार 2021 में करेली पुलिस स्टेशन में जबरन वसूली और एक प्रॉपर्टी डीलर को धमकाने के आरोप में दर्ज किया गया था। वह पिछले जुलाई में प्रयागराज की एक स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण करने तक फरार रहा। हालांकि, पिछले तीन दिनों में अली से जेल परिसर में किसी की मुलाकात नहीं हुई है। जेल सूत्रों ने कहा कि अली अपने बैरकों में शांत रहता है और जेल कर्मचारियों के साथ मुश्किल से ही बातचीत करता है।
तीसरे बेटे पर 2.50 लाख रुपये का इनाम
गौरतलब है कि अतीक का तीसरा बेटा असद, जो उमेश पाल की प्रयागराज हत्या में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में सीसीटीवी में कैद हुआ था, उस पर 2.50 लाख रुपये का इनाम है। अतीक के दो अन्य बेटे नाबालिग हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
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वहीं, पिछले दिनों इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अली अहमद की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। तब कोर्ट ने अली अहमद को माफिया डॉन बताते हुए कहा था कि वह जेल से बाहर आता है तो वह गवाह और समाज के लिए खतरा होगा। न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह ने कहा था, "माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके परिवार ने अपराध की कमाई से कई सौ करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है। अली अहमद खुद एक माफिया डॉन है, क्योंकि उमेश पाल की हत्या में उसकी भूमिका सामने आई है।"