दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्त में आए आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी रिजवान अशरफ का कनेक्शन तलाशने जांच एजेंसियां प्रयागराज पहुंची हैं। आतंकी रिजवान ने प्रयागराज के नैनी के चकदोदी में भी अपना ठिकाना बनाया था। एटीएस की 6 सदस्यीय टीम शनिवार सुबह 10 बजे प्रयागराज पहुंची। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एटीएस की टीम छापेमारी कर रही है। छापेमारी की कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए प्रयागराज पुलिस की भी मदद ली गई है।
शारिक के रिश्तेदार से करीबी रिश्ता
जांच एजेंसियां नैनी इलाके में कई जगहों पर छापेमारी कर रही हैं। समाजवादी पार्टी के नेता मोहम्मद शारिक के यहां भी छापेमारी हो रही है। शारिक समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ में प्रदेश सचिव रह चुके हैं। शारिक के घर में अलग-अलग कई परिवार रहते हैं। आरोप है कि संदिग्ध आतंकी रिजवान का सपा नेता शारिक के रिश्तेदार से बेहद करीबी रिश्ता रहा है। शारिक के चचेरे भाई हसन से रिजवान की गहरी दोस्ती है। दोनों के बीच हुई कुछ संदिग्ध बातचीत के आधार पर जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं।
चार दिन पहले किया गया था गिरफ्तार
आजमगढ़ के रहने वाले रिजवान अशरफ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चार दिन पहले गिरफ्तार किया था। सूत्रों का दावा है कि रिजवान अशरफ ने जांच एजेंसी को दिए गए बयान में तमाम चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सूत्रों के मुताबिक, रिजवान ने प्रयागराज में शादी भी की थी। इंटेलिजेंस एजेंसियां उसकी गतिविधियों का पता लग रही हैं। दिल्ली की स्पेशल सेल से मिली जानकारी के आधार पर अन्य एजेंसियां भी जांच पड़ताल कर रही हैं। रिजवान के बैंक खातों की भी डिटेल खंगाली जा रही है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि उसे कहां से फंडिंग हो रही थी। इस बात की भी जांच हो रही है कि बीटेक करने के बाद उसने नौकरी क्यों नहीं की, बल्कि प्रयागराज जाकर धर्मगुरु कैसे बना।
रिजवान का जन्म सऊदी अरब में हुआ था
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, दिल्ली में पकड़ा गया मोहम्मद रिजवान अशरफ का सऊदी अरब में जन्म हुआ था। उसके पिता मोहम्मद नजीब अशरफ सऊदी अरब में शिपिंग कंपनी में क्लर्क थे, जबकि मोहम्मद रिजवान की मां घरेलू महिला थी। रिजवान की प्रारंभिक शिक्षा फतेहपुर सिटी, जामिया तुल फलाह आजमगढ़ में हुई थी। 2017 में मोहम्मद रिजवान ने गाजियाबाद के एक कॉलेज से आईटी में बीटेक किया था। प्रयागराज में आकर उसने निकाह कर लिया। धर्मगुरु बनाकर उसने अपने नापाक इरादों को पूरा करना शुरू किया। प्रयागराज के बाद उसने लखनऊ में भी किराए पर कमरा लिया था। एटीएस की छापेमारी के दौरान प्रयागराज की नैनी थाना पुलिस भी मौजूद है।