
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में परीक्षा में बैठने से रोके जाने पर एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। छात्र की मौत के बाद इलाके में बवाल मचा हुआ है और स्कूल की जमकर किरकिरी हो रही है। बताया जा रहा है कि स्कूल फीस के 5000 रुपये जमा न होने पर स्कूल प्रशासन ने इंटरमीडिएट के छात्र को प्रवेश पत्र नहीं दिया। इस वजह से छात्र परीक्षा में नहीं बैठ सका। जब छात्र के सभी दोस्त परीक्षा दे रहे थे, तब वह बेहद दुखी था और फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
आत्महत्या की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके साथ ही पुलिस ने पूरे मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज
परिजनों की तहरीर पर स्कूल के प्रबंधक और प्राचार्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। वहीं, घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार मामला जेठवारा थाना क्षेत्र के साधूरी शिरोमणि इंटरमीडिएट कॉलेज धनसारी का है। रविवार को छात्र पूरे दिन प्रवेश पत्र के लिए स्कूल में बैठा रहा था। हालांकि, स्कूल ने फीस जमा किए बिना प्रवेश पत्र देने से मना कर दिया था। इसके अगले दिन छात्र ने आत्महत्या कर ली।
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
स्कूल प्रशासन पर आरोप है की छात्र को प्रताड़ित भी किया गया और उसे अपने दोस्तों के बीच में शर्मसार होना पड़ा। जिससे आहत होकर वह अपने घर पहुंचा और आपबीती अपने पिता को सुनाई और देर रात फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी। मामले में परिजनों की तहरीर पर पुलिस द्वारा साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज धनसारी के प्रबंधक और प्राचार्य के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं घटना के बाद परिजनों में कोहरा मचा हुआ है। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों का कहना है की शिवम प्रतिभावान छात्र था और वह दसवीं की परीक्षा में 85% अंक भी प्राप्त किया था, लेकिन महज चंद पैसों की लालच की वजह से स्कूल प्रशासन ने उसकी जान ले ली।
(प्रतापगढ़ से बृजेश मिश्रा की रिपोर्ट)