केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के लिए आज का दिन बेहद है। आज 23 साल पहले हत्या के एक मामले में उनपर हाईकोर्ट का फैसला आने वाला है। अजय मिश्रा पर 23 साल पहले छात्र नेता प्रभात गुप्ता की हत्या का आरोप लगा था। यह मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के पास है। इस मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस एआर मसूदी और जस्टिस ओपी शुक्ला की बेंच ने 21 फरवरी 2023 को प्रभात गुप्ता मर्डर केस की सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।
अजय मिश्रा टेनी मामले का अहम दिन
इस मामले में अब करीब तीन महीने बाद आज फैसला आने वाला है। इस केस में अजय मिश्रा टेनी समेत चार लोगों को आरोपी बनाया गया है। अजय मिश्रा के अलावा सुभाष मामा, शशि भूषण पिंकी और राकेश डालू भी आरोपी हैं। आज कोर्ट के फैसले के बाद तय होगा कि अजय मिश्रा मोदी कैबिनेट में मंत्री बने रहेंगे या उनकी कुर्सी जाएगी, क्योंकि अगर अजय मिश्रा को दो साल से ज्यादा की सजा होती है, तो उन्हें अपनी संसद सदस्यता के साथ-साथ मंत्रीपद भी गंवानी पड़ सकती है।
प्रभात गुप्ता को मारी गई थी गोली
प्रभात गुप्ता के भाई राजीव गुप्ता के मुताबिक 8 जुलाई 2000 को उनके बड़े भाई दुकान जा रहे थे। इसी दौरान अजय मिश्रा टेनी अपने साथी शशि भूषण, राकेश डालू, और सुभाषा मामा के साथ मौके पर पहुंचा। इसके बाद दोनों के बीच कुछ अनबन हुई और उसके बाद गोली चला दी गई। राजीव गुप्ता के मुताबिक इस विवाद में पहली गोली अजय मिश्रा ने चलाई थी। यह गोली प्रभात गुप्ता की कनपटी में जा लगी। इसके बाद दूसरी गोली सुभाष मामा ने चलाई जो प्रभात की छाती में लगा। इसके बाद वह सड़क पर गिर गए और उनकी मौत हो गई।