कासगंज: जिले की पुलिस ने देह व्यापार पर रोक लगाने को लेकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने देह व्यापार के एक अड्डे पर छापेमारी की है। यहां महानगरों की तर्ज पर सोशल नेटवर्क के जरिए देह व्यापार का धंधा किया जा रहा था। इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग भी की जाती थी। वहीं जांच में यह खुलासा हुआ है कि एक राजनीतिक पार्टी की जिलाध्यक्ष इस देह व्यापार को संचालित कर रही थी। फिलहाल पुलिस व प्रशासन की सयुक्त टीमों ने छापेमार कार्रवाई कर मौके से 02 युवकों और 04 युवतियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान पुलिस ने 44 हजार रुपए, 5 मोबाइल, 3 पैकेट कंडोम, बीयर की केन और सिगरेट सहित अन्य आपत्तिजनक सामान मौके से बरामद किया है।
पुलिस ने की छापेमार कार्रवाई
बता दें कि पूरा मामला कासगंज के कोतवाली सदर क्षेत्र के अहरौली गांव का है। यहां पर पुलिस ने देह व्यापार का भंडाफोड़ किया है। यहां पर कासगंज जिले के अलावा आस-पास के जिलों से भी युवतियों की सप्लाई होती थी। इसके साथ ही प्रतिदिन लड़कियों की लिस्ट अपडेट होती थी। जिस्मफरोशी का यह धंधा एक राजनीतिक पार्टी की जिलाध्यक्ष द्वारा संचालित किया जा रहा था। वहीं पुलिस की छापेमारी में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस ने छापेमार कार्रवाई करते हुए मौके से 04 युवतियों और दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही मौके से पुलिस ने 44 हजार रुपए, 5 मोबाइल, 3 पैकेट कंडोम, बीयर की कई केन और सिगरेट सहित अन्य आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया है।
राजनीतिक पार्टी की जिलाध्यक्ष है आरोपी
बताया जाता है कि पकड़ी गई जिस्मफरोशी के अड्डे की संचालिका एक राजनीतिक पार्टी की जिलाध्यक्ष है, जो पिछले कई महीनों से लगातार अपने मकान में जिस्मफरोशी का धंधा संचालित कर रही थी। स्थानीय लोगों द्वारा लगातार इसकी शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से की जा रही थी। वहीं अब पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के निर्देश पर पुलिस और प्रशासन की टीमों ने संयुक्त रूप से छापेमार कार्रवाई की है। फिलहाल पुलिस ने पकड़े गए सभी लोगों को न्यायालय में पेश किया है। साथ ही इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों भी तलाश की जा रही है।
(कासगंज से नरेंद्र पालीवाल की रिपोर्ट)
यह भी पढें-
यूपी: पूर्व कैबिनेट मंत्री को कोर्ट ने सुनाई 3 साल की सजा, 10 लाख का लगाया जुर्माना
अतीक के एक और करीबी पर कसा यूपी पुलिस का शिकंजा, जीएसटी चोरी के मामले में व्यापारी को किया अरेस्ट