उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के सुनगढ़ी थाना इलाके में शनिवार को एक युवक ने अपनी पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर कथित तौर पर जहर खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिला अस्पताल से रेफर किए जाने के बाद उसे इलाज के लिए बरेली ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि जहर खाने के बाद 26 वर्षीय युवक प्रदीप का जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज किया गया और उसे बरेली स्थित अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्तें में ही उसकी मौत हो गई।
एसपी को दी जहर खाने की जानकारी
चतुर्वेदी ने कहा कि बरेली में ही शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और परिवार से तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि जहर एसपी आवास के बाहर नहीं खाया गया है। इसके पहले पुलिस अधीक्षक (एसपी) अतुल शर्मा ने बताया था, "सुनगढ़ी थाना क्षेत्र निवासी प्रदीप ने जहर खा लिया। शनिवार को उसने उनके बंगले पर खुद आकर जहर खाने की सूचना दी थी और उसे कर्मचारियों की ओर से अस्पताल ले जाया गया। मामले की जांच की जा रही है।"
जहर खाकर एसपी आवास के बाहर आया
पुलिस ने बताया कि कानूनी कार्रवाई के लिए तहरीर मांगी गई है। सुनगढ़ी कोतवाली पुलिस ने कहा कि युवक पहले कहीं और से ही जहर खाकर एसपी आवास के बाहर आया था और उसे बेसुध देख अस्पताल भिजवाया गया। एसपी अतुल शर्मा ने भी आवास या आवास के बाहर जहर खाने की बात को गलत बताया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रदीप ने करीब दो महीने पहले ईशा नाम की लड़की से शादी की थी और पत्नी कथित तौर पर उससे पांच लाख रुपये की मांग कर रही थी। प्रदीप के परिजन का आरोप है कि ईशा ने कुछ दिन पहले सुनगढ़ी थाने में प्रदीप के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत भी दर्ज कराई थी। परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि पीड़ित पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने दबाव बनाने के लिए थाना सुनगढ़ी पुलिस में शिकायत पत्र दिया, जिसके आधार पर पुलिस ने पति को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पीड़ित पति ने भी पत्नी के खिलाफ शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पत्नी के घरवाले कई बार मारपीट कर चुके थे
परिवार के सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार पुत्रवधू और उसके मायके वाले मारपीट भी कर चुके थे। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को भी कचहरी के पास उनके बेटे प्रदीप की पुत्रवधू और उसके पिता व अन्य लोगों ने पिटाई की थी और उसे जान से मारने की धमकी दी थी। परिजनों का आरोप है कि प्रदीप कई दिन से पुलिस थाने के चक्कर लगा रहा था, लेकिन पुलिस ने उसकी कोई बात नहीं सुनी। (इनपुट- भाषा)