लोकसभा चुनाव 2024 में सात चरण में मतदान होना है। सातवें और आखिरी चरण का मतदान एक जून को होगा। इसके वोटों की गिनती चार जून को होगी। हमेशा की तरह इस बार भी कई बाहुबली नेता चुनाव लड़ रहे हैं या अपने करीबियों को चुनावी मैदान में उतारकर सियासत में अपना दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। हालांकि, यूपी के माफिया डॉन अतीक अहमद का किस्सा खत्म हो चुका है। अतीक की मौत से इलाहाबद और फूलपुर के सियासी समीकरण भी बदले हैं। इन्हीं दोनों सीटों पर अतीक का दबदबा हुआ करता था।
अतीक 2004 से 2009 तक समाजवादी पार्टी के टिकट पर फूलपुर से सांसद रहा था। इस दौरान कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था और वह देश का पहला सांसद था, जिसे भगोड़ा घोषित किया गया था। इसके अलावा इलाहाबाद पश्चिम सीट से अतीक लगातार पांच बार विधायक रहा था। 1989 से 1993 तक निर्दलीय, 1996 में समाजवादी पार्टी और 2002 में अपना दल के टिकट पर अतीक विधायक बना था।
फूलपुर में कब होगा मतदान?
फूलपुर लोकसभा सीट से जवाहर लाल नेहरू तीन बार सांसद बने थे। इसी सीट से अतीक भी सांसद रहा। इसके अलावा इलाहाबाद में भी अतीक का दबदबा था। दोनों सीटों पर 25 मई को छठे चरण में मतदान होगा। यूपी की 12 अन्य लोकसभा सीटों पर भी इसी दिन मतदान होगा।
क्या हैं मौजूदा समीकरण?
इलाहाबाद से बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी और फूलपुर से केशरी देवी पटेल मौजूदा सांसद हैं। हालांकि, पार्टी ने दोनों नेताओं का टिकट काट दिया है। इलाहाबाद से पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी और फूलपुर से प्रवीण पटेल को टिकट दिया गया है। प्रवीण फूलपुर से मौजूदा विधायक हैं। जेल जाने के साथ ही इस क्षेत्र में अतीक का दबदबा कम होने लगा था। अब उसकी मौत के बाद माफिया राज पूरी तरह खत्म हो चुका है। दोनों सीटों पर बीजेपी की पकड़ मजबूत है। हालांकि, नए चेहरों के लिए चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। युवा मतदाता यहां निर्णायक भूमिका में हैं और उनके वोट हासिल करने वाले उम्मीदवार के चुनाव जीतने की संभावना ज्यादा रहेगी।
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