उत्तर प्रदेश का संभल जिला बीते कुछ समय से पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। संभल के चंदौसी में स्थित प्राचीन बावड़ी की खुदाई में एक के बाद एक रहस्य सामने आ रहे हैं। इस बीच अब बावड़ी को लेकर मालिकाना दावा भी सामने आने लगा है। अब चंदौसी नगर में हो रही बावड़ी की खुदाई को लेकर पूर्व सांसद राजा चंद्र विजय सिंह ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि इस बावड़ी का निर्माण उनके पूर्वजों ने कराया था।
सहसपुर के राज परिवार से संबंध का दावा
पूर्व सांसद राजा चंद्र विजय सिंह ने कहा है कि खुदाई के दौरान निकली बावड़ी का संबंध रुस्तम नगर सहसपुर के राज परिवार से है। उन्होंने ये भी कहा है कि वह अकेले उस राजघराने के वारिस हैं। पूर्व सांसद राजा चंद्र विजय सिंह ने बताया कि चंदौसी में निकली बावड़ी का निर्माण उनके पूर्वजों ने कराया था। उन्होंने कहा कि बदायूं के ओहिया से रुस्तम नगर सहसपुर तक उनका राज्य था।
भूमि सरकार को देने को तैयार- पूर्व सांसद
चंदौसी में निकली बावड़ी पर अलग-अलग दावा करने वाले सामने आ रहे हैं। उस पर राजा चंद्र विजय सिंह ने कहा कि वह उनके दावेदारों को नहीं जानते। वर्तमान में वह और उनकी बहन की राज परिवार की उत्तराधिकारी है। राजा चंद्र विजय सिंह ने कहा कि वह इस बावड़ी की भूमि को राज्य सरकार को देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग इसे अपने संरक्षण में लेकर देखरेख करें और पर्यटन स्थल भी बनाए और भव्य ऐतिहासिक स्थल का निर्माण करें।
चंदौसी में खुदाई का काम जारी
संभल के चंदौसी में 9 दिन से खुदाई का काम चल रहा है। 60 मजदूरों की टीम क्षेत्र में दनादन खुदाई कर रही हैं। पहले सिर्फ बावड़ी के अंदर खुदाई और सफाई चल रही थी, लेकिन रहस्य से पर्दा उठाने का काम अब तेज हो गया है। दूसरी ओर ASI की टीम भी बावड़ी की खुदाई पर नजर बनाए हुए है। रानी की बावड़ी के जो दस्तावेज हैं उसके मुताबिक बावड़ी की गहराई 250 फीट है। अब तक रानी की बावड़ी में 12 फीट की खुदाई हो चुकी है।
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