लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए सब ठीक नहीं चल रहा है। योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर सोमवार को आज़मगढ़ में सीएम योगी आदित्यनाथ की मीटिंग में नहीं पहुंचे। लखनऊ में ओम प्रकाश राजभर ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीर भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी साझा की है। मालूम हो कि ओम प्रकाश राजभर बीजेपी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष हैं। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं।
समीक्षा बैठक में ओपी राजभर को भी बुलाया गया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को आज़मगढ़ में थे। सीएम योगी ने आज़मगढ़ मंडल की समीक्षा बैठक बुलाई थी। बैठक में योगी सरकार के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान और परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह तो मौजूद थे लेकिन ओम प्रकाश राजभर मीटिंग में नहीं थे। सूत्रों के मुताबिक राजभर को मीटिंग में बुलाया गया था।
रामसूरत राजभर ने सीएम योगी के सामने जताई नाराजगी
आजमगढ़ मंडल में तीन जिले आते हैं। ये जिले आज़मगढ़, मऊ और बलिया है। इन तीन जिलों के योगी सरकार में चार मंत्री हैं। ए के शर्मा, दारा सिंह चौहान, दया शंकर सिंह और ओम प्रकाश राजभर भी मंत्री हैं। मीटिंग में मौजूद बीजेपी एमएलसी रामसूरत राजभर ने सीएम योगी के सामने नाराजगी भी जताई और कहा कि पुलिस प्रशासन में कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात के निकाले जा रहे कई मायने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठक में ओमप्रकाश राजभर के न पहुंचने और लखनऊ में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अभी 14 जुलाई को लखनऊ में बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में उप मुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि संगठन सरकार से बड़ा होता है। मौर्य के इस बयान के बाद यूपी की सियासत गरमा गई थी।
केशव प्रसाद मौर्य लखनऊ में विधायकों से कर रहे मुलाकात
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से केशव प्रसाद मौर्य भी योगी आदित्यनाथ की बुलाई मंत्रियो की मीटिंग में नहीं पहुंचे थे। कई कैबिनेट मंत्री भी मीटिंग में नहीं गए थे। लखनऊ में कालीदास मार्ग के सरकारी बंगले में केशव प्रसाद मौर्य लगातार विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं। अब योगी आदित्यनाथ की मीटिंग में न जाकर केशव प्रसाद मौर्य से राजभर की मुलाकात पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या यूपी में बीजेपी के साथ -साथ योगी सरकार में भी गुटबाजी चल रही है?