प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद को लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक अतीक के नाम पर सिर्फ एक जीप रजिस्टर्ड थी। बाकी जिन गाड़ियों का इस्तेमाल उसके बेटे या परिवार के लोग करते थे, वे गाड़ियां अतीक ने अपने गुर्गों के नाम पर ले रखी थी। अतीक के काफिले में चलनेवाली गाड़ियां या तो उसके गुर्गों के नाम पर या फिर अलग-अलग कंपनियों के नाम पर रजिस्टर्ड थीं। इतना ही नहीं इनमें से कई गाड़ियों पर फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी।
अतीक अहमद जब भी निकलता था तो उसके काफिले में गाड़ियों की लंबी कतार हुआ करती थी। जेल जाने के बाद उसके बेटे या पत्नी के साथ भी गाड़ियों का काफिला रहता था। अब जबकि अतीक अहमद की हत्या हो चुकी है और उसके गुर्गों पर पुलिस का शिकंजा बढ़ता जा रहा है, जांच में कई तथ्य सामने आ रहे हैं। यह पता चला है कि अतीक के नाम पर केवल एक जीप रजिस्टर्ड थी जबकि बाकी गाड़ियां उसके गुर्गों की थी। इनमें से कई गाड़ियों पर फर्जी नंबर प्लेट लगी होती थी और इन गाड़ियों का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता था।
15 अप्रैल को हुई अतीक और अशरफ की हत्या
माफिया सरगना अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक और अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल के अस्पताल लाया गया था। जीप से उतरने के बाद अतीक और अशरफ मीडियाकर्मियों और पुलिस से घिरे हुए थे। मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देने के दौरान अचानक ताबडतोड़ फायरिंग शुरू हो गई। तीन हमलावरों ने अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी ।