उत्तर प्रदेश में मंगलवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासी गतिविधियां जोरों पर हैं। 10 सीटों पर 11 उम्मीदवारों के उतरने से मुकाबला बेहद रोचक हो गया है। बीजेपी और सपा छोटे दलों को अपने पाले में लाने की भरसक कोशिश कर रही हैं। इस बीच सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर ने रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से मुलाकात की है। राजा भैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के पास दो विधायक हैं। इन दोनों विधायकों के वोट काफी अहम हैं।
भूपेंद्र चौधरी और नरेश उत्तम भी कर चुके हैं मुलाकात
इससे पहले राजा भैया से यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और यूपी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष नरेश उत्तम भी मुलाकात कर चुके हैं। नरेश उत्तम ने तो राजा भैया की बात फोन पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी करवाई थी।
राजा भैया और राजभर के बीच क्या बातचीत हुई
राजा भैया और ओम प्रकाश राजभर के बीच क्या बातचीत हुई अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन माना जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के लिए राजभर वोट मांगने गए थे। दोनों की तस्वीरें देखकर ऐसा लग रहा है कि राजा भैया की तरफ से राजभर को कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। हालांकि आधिकारिक तौर पर दोनों की तरफ से अभी कुछ भी नहीं कहा गया है।
क्या है जीत का गणित
बता दें कि यूपी विधानसभा में इस समय 399 विधायक हैं। चार सीटें रिक्त हैं। वर्तमान संख्या बल के हिसाब से राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए प्रथम वरीयता के 37 वोटों की जरुरत पड़ेगी। सूत्रों के मुताबिक आठवीं राज्यसभा सीट जीतने के लिए बीजेपी के पास 10 वोटों की कमी है। विधानसभा में भाजपा के 252 विधायक हैं और इसे एनडीए के कई सहयोगियों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें अपना दल-सोनेलाल (13 विधायक), निषाद पार्टी (6 विधायक), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी ) के 6 विधायक शामिल हैं। इसके अलावा जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के 9 विधायक भी बीजेपी को समर्थन देंगे।
सपा को जीत के लिए 3 विधायक की जरुरत पड़ेगी
वहीं, तीनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए सपा को 111 वोट चाहिए। सपा के पास 108 विधायक हैं। इसमें से एक रमाकांत यादव जेल में हैं। वहीं, सपा विधायक पल्लवी पटेल पार्टी से नाराज हैं। ऐसे में सपा के पास 106 बचेगी। कांग्रेस के दो वोट सपा उम्मीदवार को मिले तो भी सपा के पास 108 (106+2) ही रहेंगे। यानी तीन वोट कम पड़ेंगे। अगर राजा भैया की पार्टी सपा को सपोर्ट कर देगी तो सपा की उम्मीदें बढ़ जाएंगी।