गोरखपुर (उप्र): अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर में राम लला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोरों पर है। इस बीच गोरखपुर स्थित चिड़ियाघर के प्रशासन ने एक अनूठी पेशकश की है। गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान के प्रशासन ने ऐलान किया है कि आगामी 21 जनवरी को चिड़ियाघर आने वाले जिन लोगों के नाम में 'राम' शामिल होगा, उन्हें टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए उन्हें अपना आधिकारिक पहचान पत्र दिखाना होगा।
शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (गोरखपुर चिड़ियाघर) के निदेशक मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि यह सुविधा केवल एक दिन के लिए 21 जनवरी को ही उपलब्ध होगी। चिड़ियाघर में सोमवार को साप्ताहिक अवकाश होता है। लेकिन प्राण प्रतिष्ठा के अवसर को देखते हुए शुक्ला ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण देखने की सुविधा चिड़ियाघर के प्रवेश द्वार पर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रवेश प्लाजा स्थित कार्यक्रम कक्ष आम जनता के लिए भी खुला रहेगा।
सरयू नदी के तट पर हुआ ‘कलश पूजन’
बता दें कि अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किये जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन’ किया गया। अनुष्ठानों का सिलसिला मंगलवार को शुरू हुआ जो बुधवार को यहां सरयू नदी के तट पर 'यजमान' (मुख्य यजमान) द्वारा ‘कलश पूजन’ के साथ जारी रहा। इसके पहले मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन होने वाले अनुष्ठानों से पहले के इन अनुष्ठानों का सिलसिला 21 जनवरी तक जारी रहेगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा, उनकी पत्नी और अन्य लोगों ने सरयू नदी तट पर ‘कलश पूजन’ किया। मिश्रा ने कहा, ‘‘आज सरयू तट पर कलश पूजन का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद सरयू नदी के जल से भरे बर्तन उस स्थान (राम मंदिर परिसर) पर ले जाएंगे जहां समारोह से पहले के अनुष्ठान किये जा रहे हैं।’’ मिश्रा ‘अनुष्ठान’ के लिए ‘यजमान’ हैं और उन्हें 22 जनवरी को किए जाने वाले अनुष्ठानों सहित सभी अनुष्ठानों में भाग लेना है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य लोग विशेष अनुष्ठान में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में सरयू के जल का बहुत महत्व है, इसलिए कलश पूजन के बाद वाराणसी के पुजारी मंदिर में अनुष्ठान करेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंत में मोदी का भाषण देने का कार्यक्रम है, जिसमें 8,000 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। लेकिन इनमें से कुछ ही लोगों को मंदिर के गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति होगी। अयोध्या में इन अनुष्ठानों का संचालन 121 आचार्य कर रहे हैं और गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ अनुष्ठान की सभी कार्यवाही की देखरेख, समन्वय एवं निर्देशन कर रहे हैं। प्रधान आचार्य काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया था कि राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे शुरू होगा और इसके दोपहर एक बजे तक संपन्न होने की संभावना है। (इनपुट-भाषा)