मुजफ्फरनगर में कांवड़ रूट पर दुकानदारों को अपना नाम और पहचान बताने वाले प्रशासन के आदेश पर घमासान मचा है। विपक्ष इसे हिटलरशाही बता रहा है और नाजी जर्मनी से इसकी तुलना कर रहा है। हालांकि, यूपी के सीएम योगी ने साफ कर दिया है कि वो विपक्ष के दबाव में झुकने वाले नहीं है। सीएम योगी ने आदेश वापस लेने के बजाय नया निर्देश जारी कर दिया है। इस नए निर्देश में कहा गया है कि पूरे राज्य में कांवड़ रूट पर दुकानदारों को खाने की दुकान पर नेमप्लेट लगाना होगा। आइए जानते हैं पूरा मामला।
फैसले का कारण भी सामने आया
यूपी के सभी कांवड़ रूट पर खानपान की दुकानों के सामने दुकानदारों को अपना नाम और अपनी पहचान बतानी होगी। ऐसा कांवड़ यात्रियों की आस्था और शुचिता को बरकरार रखने के लिए किया गया है। इसके साथ ही यूपी सरकार ने चेतावनी दी है कि हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचनेवालों पर कार्रवाई भी होगी।
नाम और पहचान लिखना होगा
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रियों के लिए ये कदम उठाया है। निर्देश के अनुसार, पूरे यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों पर नेम प्लेट लगानी होगी। दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान लिखना होगा। कांवड़ यात्रियों की आस्था का ध्यान रखते हुए ये फैसला किया गया है।
22 जुलाई से सावन की शुरुआत
सावन की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है और ऐसे में कांवड़ियों की यात्रा भी शुरू हो जाएगी। कांवड़ यात्रा की तैयारियां सरकार और प्रशासन ने भी जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। प्रशासन का कहना है कि ये फैसला कावड़ियों में किसी भी प्रकार से कंफ्यूजन से बचने के लिए लिया गया है ताकि किसी तरह का आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू न हो जाए और कानून-व्यवस्था बनी रहे।
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