बरेली: पिछले दिनों आपने एक खबर सुनी होगी कि सरकारी बस को बीच रास्ते पर रोककर नमाज पढ़ी गई। इस मामले में बस के सहायक परिचालक और चालक को सस्पेंड किया गया था। इसके कुछ दिनों बाद कंडेक्टर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। मामला अभी तक ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब एक नए मामले में सुर्खियां बटोर ली हैं। बरेली के एक शिव मंदिर में मुस्लिम महिला के नमाज पढ़ने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस मामले में अब बरेली पुलिस ने दो महिलाओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
शिव मंदिर में नमाज पढ़ने की वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर जमकर बवाल हो रहा था। इस मामले में जिले के एसएसपी ने खुद ही कमान संभाली और घटना की जांच की जिम्मेदारी सर्किल ऑफिसर को दी। पुलिस ने जांच के बाद रविवार को सबिना, नजीरा नामक दो महिलाओं को हिरासत में लिया। उन्होंने पूछताछ में बताया कि उन्हें चमनशाह नामक एक मौलवी ने कहा था कि इस जगह पर नमाज पढ़ने से सभी दिक्कतें ठीक हो जाएंगी। इसके बाद उन्होंने यहां नमाज पढ़ने का फैसला किया।
शुक्रवार की है यह घटना
इसके बाद पुलिस बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के सैदपुर निवासी चमनशाह मियां नामक मौलवी को भी गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में बरेली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि केसरपुर ग्राम प्रधान के पति प्रेम सिंह से पुलिस को शिकायत मिली थी, इसके बाद कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि यह घटना शुक्रवार की है।
बस रोककर नमाज पढ़ने के मामले ने भी पकड़ा था तूल
वहीं इससे पहले जून के महीने में बरेली के सैटेलाइट बस अड्डे से गाजियाबाद के लिए आ रही बस को रोककर नमाज पढ़ने के मामले ने तूल पकड़ा था। इस मामले में आरएम दीपक चौधरी के निर्देश पर बस नंबर यूपी 32 एनएन 0330 के ड्राइवर केपी सिंह और संविदा परिचालक मोहित यादव पर कार्रवाई की गई थी। चालक को सस्पेंड कर दिया गया तो वहीं संविदा परिचालक मोहित यादव यादव की सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। इसके बाद पिछले दिनों मोहित यादव का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला था और कहा गया था कि वह अपने निलंबन से परेशान था और इसी वजह से उसने ख़ुदकुशी कर ली।