मुख्तार अंसारी की बीते दिनों हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद 7 अप्रैल को अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव गाजीपुर के मोहम्मदाबाद कस्बे में पहुंचे। यहां उन्होंने बाहुबली-माफिया मुख्तार अंसारी के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि मैं इस दुख की घड़ी में मुख्तार अंसारी के परिवार के सभी सदस्यों से मिला। जो घटना हुई वो चौंकाने वाली थी। हमें उम्मीद है कि सरकार सच्चाई को सामने लाएगी और परिवार को न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति इतने वर्षों तक जेल में रहा, जनता उसे इसके बावजूद चुनाव जिताती रही, इसका मतलब है कि उस व्यक्ति ने जनता के बीच में रहकर दुख-दर्द को बांटा है।
'अखिलेश यादव ने मुलाकात कर बढ़ाया हौसला'
इस बीच मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने अब बयान जारी किया है। उमर अंसारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आए और हमारा हौसला बढ़ाया। अब्बास अंसारी और मेरी माता जी नहीं थीं। परिवार पूरा एक साथ है लेकिन भाई और मां की कमी खल रही है। भईया (अखिलेश यादव) ने आकर बहुत खुशी दी है। यकीनन इसका प्रभाव हमलोगों पर पड़ा है। मैं केवल अकेला उनका पुत्र हूं ये उनका मुझसे रिश्ता है। लेकिन लाखों-करोड़ों लोग जो मुख्तार अंसीरी को अपना रहनुमा समझते थे, जो गरीब थे, उनका भी हौसला अखिलेश यादव ने बढ़ाया है और उन्हें भी हिम्मत और साहस देने का काम किया है।
मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने दिया बयान
उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव हम सब पर पड़ा है। हम तो कहेंगे कि जो उनकी गोद में हैं, चाहे सजातिय गुंडे हों, चाहे बृजेश सिंह हो या चाहे त्रिभुवन सिंह हों, उनकी गाड़ी की तलाशी तक नहीं ली जा सकती है। हिम्मत नहीं है कि उनकी गाड़ी की तलाशी ली जा सके। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। टारगेट करके, चाहे इंसान कुछ किया हो या न किया हो, उसे टारगेट करके इंसान को नुकसान पहुंचाना और तकलीफ पहुंचाना राजनीति बन गई है जो कि खतरनाक और घातक है। उन्होंने कहा कि सारे राज तह ब तह खुलेंगे। अफजाल अंसारी ने भी कहा है कि अगर जहर से किसी की मौत हुई होगी तो 5-10 बाद भी उनका डीएनए को सबको सबकुछ बता देगा। हम कानूनी रूप से लड़ाई लड़ेंगे। न्यायपालिका पर हमें विश्वास है। न्याय होगा।