गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के टॉप गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मुख्तार की मौत को लेकर परिजनों का आरोप है कि अंसारी को जहर देकर मारा गया है। इसी को लेकर आज भाई अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्तार अंसारी ने खुद अदालत में आरोप लगाया था कि उन्हें जहर दिया जा रहा है। कोर्ट ने इसका संज्ञान भी लिया और रिपोर्ट भी मांगी थी। हमने जेल के अधीक्षक से इलाज के लिए कहा था। उन्होंने हमें इलाज का आश्वासन दिया था। अफजाल अंसारी ने आगे कहा कि 20 तारीख को रात में मेरी बात हुई थी। 26 तारीख को सुबह हमें सूचना मिली कि मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
अफजाल और मुख्तार की क्या बात हुई थी?
मुख्तार अंसारी के भाई और सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि यह साधारण बात नहीं है, क्योंकि उन्होंने (मुख्तार) जहर दिए जाने की आशंका व्यक्त की थी। हम जब उनसे मिलने पहुंचे तब उन्होंने कहा कि उन्हें 19 तारीख को जहर दिया गया है। अफजाल ने आगे कहा कि हमने डॉक्टरों से इलाज के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक्सरे, अल्ट्रासाउंड कराया गया है। फिर 2 घंटे बाद मुख्तार को फिट बताकर व्हीलचेयर पर बैठाकर जेल पहुंचा दिया गया और जब मौत हुई तो उन्होंने कहा कि कार्डियाक अरेस्ट हुआ है। भाई अफजाल का आरोप है कि सब मिलीभगत है। अगर हार्ट अटैक भी हुआ है तो उसकी वजह है कि उसे (मुख्तार) जहर दिया गया था।
"अब्बास को पैरोल पर नहीं, जमानत पर बाहर लाएंगे"
वहीं इससे पहले अफजाल अंसारी ने मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी को जेल से बाहर निकालने को लेकर बयान दिया था। अफजाल अंसारी ने कहा था कि हम अब्बास अंसारी को पैरोल पर नहीं, बल्कि जमानत पर बाहर लाएंगे। मुख्तार के अंतिम संस्कार के दौरान भी अफजाल अंसारी और जिलाधिकारी के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी। बता दें कि मऊ सदर विधानसभा सीट से विधायक अब्बास अंसारी को पैरोल नहीं मिल सकी, इसलिए मुख्तार अंसारी का बड़ा बेटा अब्बास अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका।
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