कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद से ही देश में आक्रोश का माहौल है। अपराधी को फांसी की सजा देने की लगातार मांग की जा रही है। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। एक तरफ इस मामले पर जहां लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भी ऐसी ही घटना देखने को मिल रही है। दरअसल यहां मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा क्षेत्र के निजी अस्पताल में अनुसूचित जाति की एक नर्स के साथ हैवानियत का मामला सामने आया। इलाज के लिए नर्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां नर्स की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद पीड़िता को पहले सीएचसी ठाकुरद्वारा में भर्ती कराया गया। इसके बाद हालत में सुधार न होने पर पीड़िता को मुरादाबाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पीड़िता की बिगड़ी तबियत
जानकारी के मुताबिक पीड़िता को सीने व पेट में दर्द व सांस लेने में दिक्कतों का सामना करने के कारण उन्हें भर्ती किया गया है। यहां फिजिशियन व महिला डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। सीएमओ के मुताबिक, घबराहट, हाई ब्लड प्रेशर और सांस लेने में परेशानी के कारण पीड़िता को भर्ती कराया गया है, जो कि फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में हैं। जानकारी के मुताबिक उनकी हालत फिलहाल नॉर्मल बताई जा रही है। पीड़िता के पिता ने इस बाबत कहा कि बेटी की हालत ठीक नहीं है। उसे सांस लेने में दिक्कत, बीपी हाई होने, सीने में दर्द और घुटन की समस्या हो रही है। पेट के निचले हिस्से में दर्द के चले पहले उसे ठाकुरद्वारा सीएचसी और फिर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पिता बोले- समझौते का बना रहे दबाव
पीडिता के पिता के मुताबिक, उनपर समझौते का लगातार दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कल शाम 7 बजे मेरे घर पर बाइक से 2 आदमी पहुंचे थे। उन्होंने मुझसे समझौते की बात कही,लेकिन मैंने साफ मना कर दिया। जो पुलिसकर्मी मेरे घर पर ड्यूटी दे रहे थे, मैंने उनसे इसकी शिकायत कर दी है। मैं इंसाफ चाहता हूं। ऐसे दरिंदों को फांसी होनी चाहिए। बता दें कि मुरादाबाद में नर्स को बंधक बनाकर डॉक्टर ने रेप की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के साथ दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान शहनवाज, जुनैद और मेहनाज के तौर पर हुई है।
(रिपोर्ट-राजीव कुमार)