सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी है। यह रोक 1 अक्टूबर तक के लिए लगाई गई है। बुलडोजर कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के एक दिन बार बसपा सुप्रीमो मायवती की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने इसे लेकर केंद्र को भी कटघरे में खड़ा किया है। साथ ही मायावती ने बुलडोजर के प्रयोग की बढ़ती प्रवृति पर चिंता जताई।
क्या बोलीं बसपा सुप्रीमो मायावती?
बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया, " बुलडोजर विध्वंस कानून का राज का प्रतीक नहीं होने के बावजूद इसके प्रयोग की बढ़ती प्रवृति चिंतनीय। वैसे बुलडोजर व अन्य किसी मामले में जब आम जनता उससे सहमत नहीं होती है तो फिर केंद्र को आगे आकर उस पर पूरे देश के लिए एक-समान गाइडलाइंस बनाना चाहिए, जो नहीं किए जा रहे हैं। वरना बुलडोजर एक्शन के मामले में माननीय सुप्रीम कोर्ट को इसमें दखल देकर केंद्र सरकार की जिम्मेदारी को खुद नहीं निभाना पड़ता, जो यह जरूरी था। केंद्र व राज्य सरकारें संविधान व कानूनी राज के अमल होने पर जरूर ध्यान दें।"
केजरीवाल के इस्तीफे पर उठाया सवाल
इससे पहले मायावती ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे को लेकर निशाना साधा था। बसपा सुप्रीमो ने इसे राजनीतिक पैंतरेबाजी बताया था। उन्होंने 'एक्स' पर कहा, "श्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली के सीएम पद से अब इस्तीफा देना वास्तव में जनहित/जनकल्याण से दूर इनकी चुनावी चाल व राजनीतिक पैंतरेबाजी, किंतु उनके लंबे समय तक जेल में रहने के कारण दिल्ली की जनता ने जो अनगिनत असुविधाएं व समस्याएं झेलीं हैं उसका क्या? उसका हिसाब कौन देगा?" उन्होंने आगे कहा, "सत्ता व विपक्ष के बीच राजनीतिक लड़ाई शत्रुता स्तर तक कटू नहीं हो तो बेहतर ताकि उससे देश व जनहित प्रभावित ना हो। बीएसपी की यूपी सरकार को भी ऐसे दिन देखने पड़े जब केंद्र की कांग्रेसी सरकार ने जेवर एयरपोर्ट व गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी रोड़े अटकाए और जनहित व विकास को बाधित किया।"
ये भी पढ़ें-
जम्मू-कश्मीर की जनता 10 साल बाद कर रही मतदान, PM मोदी ने की खास अपील
नोएडा में पुलिस और बदमाश में भीषण मुठभेड़, गोली लगने से घायल हुआ वॉन्टेड क्रिमिनल आमिर