अमेठीः उत्तर प्रदेश के अमेठी में हिजबुल्लाह चीफ नसरुल्लाह के समर्थन में कैंडल मार्च निकालने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। बिना परमिशन के कैंडल मार्च निकालकर प्रदर्शन करने वाले आयोजक समेत 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जायस कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कंचाना मोहल्ले में मंगलवार शाम नसरुल्लाह के समर्थन में सैकड़ो लोगों ने कैंडल मार्च निकाला था। इस दौरान इजरायल मुर्दाबाद के नारे भी लगे थे।
मंगलवार को मुस्लिमों ने किया था प्रदर्शन
दरअसल, अभी हाल में ही इजरायल ने आतंकी संगठन हिजबुल्लाह चीफ नसरुल्लाह को मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के विरोध में शिया मुसलमानो ने कश्मीर से लेकर लखनऊ तक प्रदर्शन कर अपनी नाराज़गी जाहिर की थी। अमेठी में भी मंगलवार देर शाम बड़ी संख्या में मुसलमानो ने हाथों में हसन नसरुल्लाह का पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।
जिले में लागू है धारा 144
बता दें कि जिले में त्योहारों को लेकर धारा 144 लागू है। बिना किसी परमिशन के किसी भी प्रकार के जुलूस या प्रदर्शन पर पूरी तरह से रोक है। इसके बावजूद पुलिस को सूचना दिए बगैर लोगों ने प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। सूचना मिलते ही जायस कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। इसके थोड़ी देर बाद पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आयोजक को हिरासत में ले लिया। अमेठी के तिलोई इलाके के क्षेत्राधिकारी अजय कुमार सिंह का कहना है कि बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया था। इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया था।
सुल्तानपुर में भी निकाला गया था जुलूस
वहीं, अमेठी से सटे सुलतानपुर में में सैकड़ों लोगों ने जुलूस निकाला था। अंजुमन पंजतनी तुराबखानी के नेतृत्व में गांव के बड़े इमाम बाड़ा से जुलूस निकाला गया था। माइनॉरिटी एडवोकेट वेलफेयर ट्रस्ट के वकील एमएच खान ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन इजराइल द्वारा उत्पीड़न के खिलाफ निकाला गया था।
शुक्रवार को मारा गया था नसरल्लाह
बता दें कि नसरल्लाह को इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने शुक्रवार को लेबनान के बेरूत में एक बड़े हवाई हमले में मार गिराया था। शिया प्रदर्शनकारियों ने रविवार रात हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था। आक्रोशित शिया मुसलमानों ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का पोस्टर भी जला दिया था।
रिपोर्ट- आलोक श्रीवास्तव