ग्रेटर नोएडा की दादरी थाना पुलिस ने एक तीन साल के मासूम बच्चे की हत्या और महिला की हत्या का प्रयास करने वाले वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि महिला के पति के द्वारा ही अपने दोस्त के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया गया था। पति महिला के तानों से दुखी आ चुका था। इसीलिए उसने यह कदम उठाया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पति सहित उसके दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कमरा दिखाने के बहाने ले गया, बेहोश किया और फिर...
दरअसल, 6 सितंबर को सरिता नाम की महिला ने दादरी थाने पर शिकायत देते हुए बताया कि उसका पति आशीष 3 सितंबर को शाम करीब 7:00 बजे उसको कमरा दिखाने के बहाने कोट गांव ले गया और उसके बाद मुझे और मेरे 3 साल के बेटे को प्लानिंग के तहत गला दबाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद नहर में डाल दिया। पत्नी ने बताया कि वह मुझे मरा हुआ समझकर वहां से भाग गए। मुझे तैरना आता था, इसलिए मैं बच गई। मैंने अपने बेटे को काफी ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद महिला ने अपने पति आशीष तिवारी, अपने ससुर, चचिया ससुर और अपने पति के एक दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है और नहर में बच्चे को तलाश करने में लग गई लेकिन बच्चे का कुछ पता नहीं चला।
दोनों की हुई थी लव मैरिज, पत्नी करती थी शक
वहीं दादरी पुलिस द्वारा बीट पुलिसिंग व मैनुअल इटेलिजेन्स के माध्यम से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर गुरुवार को आरोपी आशीष तिवारी व उसके दोस्त सोहेल अंसारी को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ करने पर आशीष तिवारी ने बताया कि उसने सरिता से लगभग 5 ल पहले लव मैरिज की थी। वह इसको लेकर लगभग 4 साल पहले दादरी के रेलवे रोड 24 फुटा दादरी पर ले आया था। उसने बताया कि मैं आईसीडी कम्पनी सुरजपुर में काम करने लगा। वहां मेरी दोस्ती सोहेल अंसारी से हो गयी। तब 1 साल बाद मेरी पत्नी से एक बेटा हुआ। मेरी पत्नी मुझ पर बेवजह शक करने लगी। मैं इसकी ऊल जलूल हरकतों से तंग आ गया था। तब मैंने इससे और अपने बच्चे से पीछा छुड़ाना ही आखिरी रास्ता सोचकर अपने दोस्त सोहेल अंसारी के साथ योजना बनाई।
बेल्ट का फंदा बनाकर पत्नी का गला दबाया
आरोपा शख्स ने बताया कि मैंने अपने दोस्त को 3 सितम्बर को योजना के तहत शाम करीब 07.30 बजे कोट नहर पुल पर यह कहकर भेज दिया कि मैं अपनी पत्नी और बच्चे को लेकर आ रहा हूं। इन दोनों को मारकर नहर में फेंकना है। सोहेल अंसारी के नहर पर पहुंच जाने के बाद मैं अपनी पत्नी व बच्चे को किराये का मकान दिखाने के बहाने से आटो में बैठाकर कोट नहर पुल पर ले गया। सड़क से नीचे उतरकर नहर की पटरी पर चलने के बाद हम दोनों ने मेरी पत्नी को काबू कर लिया और उसके गले में अपनी बेल्ट का फंदा बनाकर उसका गला दबा दिया जिससे वो बेहोश हो गयी।
पत्नी को मरा समझकर नहर में फेंका
आशीष ने बताया कि हमने उसे मरा समझकर कोट नहर में फेंक दिया था और उससे कुछ दूर चलकर हमने मेरे बेटे सत्या उम्र 3 साल को गला दबाकर मारने के बाद उसे कोट नहर में फेंक दिया। इसके बाद मैं अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर भाग गया था। मेरा दोस्त सोहेल अंसारी भी मौके से भाग गया था। हमें नहीं पता था कि मेरी पत्नी बच गयी है।
तैरकर पत्नी ने बचाई जान, पुलिस के पास पहुंची
लेकिन आरोपी की पत्नी तैरना जानती थी, इसलिए वह बच गई और पुलिस के पास पहुंचकर उसने इस पूरे मामले की शिकायत कर दी। आरोपियों की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त बेल्ट को कोट नहर के पास से बरामद किया गया। थाना दादरी पुलिस द्वारा एनडीआरएफ टीम के साथ मिलकर कोट नहर से बच्चे के शव की बरामदगी के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
(रिपोर्ट- राहुल ठाकुर)
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