Kumbh Mela 2025: महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज में बनी तंबुओं की नगरी की जमीन वक्फ बोर्ड की होने के दावे पर साधु-संतों ने नाराजगी जताई है। महामंडलेश्वर का कहना है कि सरताज का सर चकरा गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह सरताज कौन है, वह उसे नहीं जानते। सरताज को कोई गंभीरता से नहीं लेता, लेकिन वक्फ बोर्ड को गंभीरता से लेते हैं और वक्फ बोर्ड की नौ लाख एकड़ जमीन उन्हें वापस चाहिए।
महामंडलेश्वर ने सनातन बोर्ड की मांग करते हुए कहा कि सनातन बोर्ड बनाया जाना चाहिए। इसके बाद आबादी के आधार पर संपत्तियों का बंटवारा कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने वक्फ बोर्ड की नौ लाख एकड़ जमीन में छह लाख एकड़ सनातन बोर्ड को देने की मांग की।
प्रयागराज के महाकुंभ में बसी तंबुओं की नगरी की जमीन वक्फ बोर्ड की होने के बयान से अखाड़े के साधु संत काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि ये बयान जान बूझ कर दिया गया है, ताकि विवाद उत्पन्न हो। निरंजनी अखाड़े के महा मंडलेश्वर का कहना है कि बयान देने वाले सरता का सर घूम गया है। उन्होंने कहा कि कुम्भ के बाद वक्फ बोर्ड ही न रहे, ये भी हो सकता है। उनका कहना है कि वक्फ बोर्ड की 9 लाख एकड़ मीन भी उन्हें वापस चाहिए।
फर्रुखाबाद में नगर प्रवेश यात्रा
पंच दस नाम जूना अखाड़ा की धर्म ध्वजा के साथ नगर प्रवेश यात्रा माघ मेला राम नगरिया पांचाल घाट गंगा तट से शुरू हो गई है। मेला राम नगरिया से दर्जनों गाड़ियों के काफिले के साथ यात्रा शुरू हुई। मेला राम नगरिया संत समिति अध्यक्ष सत्य गिरी महाराज के नेतृत्व में यात्रा प्रारंभ हुई। करणी सेना सहित कई संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में पहुंचे और भक्तों ने संतों का माला पहनाकर स्वागत किया। नगर प्रवेश यात्रा पांचाल घाट पुल से होते हुए कादरी गेट तक पहुंची। यह यात्रा बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकल रही है।
नगर प्रवेश यात्रा को सकुशल संपन्न कराने को लिए QRT, थाना पुलिस, जोनल फोर्स, ट्रैफिक पुलिस के जवान तैनात हैं। संत सत्य गिरी महाराज ने कहा कि नव युवकों में धर्म का प्रचार प्रसार बढ़े इसलिए यात्रा निकाली जा रही है। सनातन धर्म की धर्म ध्वजा हमेशा लहराती रहे इसलिए यात्रा निकाली जा रही है।
(सुरजीत कुशवाहा की रिपोर्ट)