Kumbh Mela 2025: महाकुम्भ के आायोजन में इस बार स्वच्छता के लिहाज से खास इंतजाम किए जा रहे हैं। मेले को मच्छर और मक्खियों से पूरी तरह मुक्त रखने के लिए ‘फॉगिंग मशीनों’ और ‘ब्लोअर मिस्ट’ का उपयोग किया जाएगा। महाकुम्भ के नोडल संयुक्त निदेशक (वेक्टर कंट्रोल) डॉक्टर वी.पी.सिंह ने बताया कि मेले के किसी भी कोने से बस एक कॉल करते ही 30 मिनट में ‘ऑटोमैटिक ब्लोअर मिस्ट’ मौके पर पहुंचकर मच्छर और मक्खी को खत्म कर देंगे।
चप्पे-चप्पे पर कीटनाशक का छिड़काव
उन्होंने बताया कि अखाड़ों और टेंट सिटी को कीटमुक्त रखने के साथ ही स्वच्छ वातावरण के लिए 110 अत्याधुनिक ब्लोअर मिस्ट और 107 मिनी फॉगिंग मशीनें तैनात की जा रही हैं। महाकुम्भ के दौरान चप्पे-चप्पे पर कीटनाशक का छिड़काव किए जाने की तैयारी है। सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए 62 ‘पल्स फॉगिंग मशीन’ भी मंगवाई गई हैं, इस बार महाकुम्भ में संतों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 78 विशेष अधिकारी तैनात किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में मलेरिया निरीक्षकों की तैनाती की जा रही है, जो श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखेंगे। उन्होंने कहा कि ये अधिकारी प्रत्येक अखाड़े में जाकर संतों और महात्माओं से बात करेंगे और मच्छर, मक्खी की समस्या का तत्काल निदान भी करेंगे। मेला में सहायक नोडल के तौर पर तैनात डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने बताया कि महाकुम्भ में फिलहाल 45 मलेरिया निरीक्षकों की तैनाती की योजना है, इनके अलावा 28 सहायक मलेरिया निरीक्षक भी तैनात किए जाएंगे।
महाकुंभ मेले में भंडारे का आयोजन करेंगी सैकड़ों संस्थाएं
महाकुंभ में श्रद्धालुओं के भोजन के लिए सैकड़ों संस्थाओं ने अन्न क्षेत्र में भंडारे का आयोजन करने की तैयारी की है। ये सभी संस्थाएं पूरे मेला क्षेत्र में भंडारों का आयोजन करेंगी, जिसमें समस्त श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन की व्यवस्था रहेगी। इनमें से कई संस्थाओं ने भंडारे और लंगर की शुरुआत भी कर दी है और कई अन्य संस्थाएं जल्द ही इस पहल की शुरुआत करने जा रही हैं।
प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के अनुसार, महाकुंभ में इस वर्ष आठ हजार से 10 हजार संस्थाओं के आने की संभावना है और इनमें से सैकड़ों ऐसी संस्थाएं भी हैं, जो महाकुंभ के दौरान निशुल्क भोजन के लिए लंगर व भंडारे का आयोजन करती हैं। इन संस्थाओं में अक्षय पात्र, इस्कॉन और ओम नमः शिवाय जैसी संस्थाएं बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को भोजन कराती हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, मेला प्रशासन ने सरकारी राशन की दुकानों की भी व्यवस्था की है, जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को कम दाम में भोजन सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। (इनपुट-भाषा)