नई दिल्लीः महाकुंभ 2025 को लेकर इंडिया टीवी स्पेशल शो 'सत्य सनातन' कॉन्क्लेव आयोजित कर रहा है। इस कॉन्क्लेव में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि कुंभ में किसी पंथ जाति का भेद नहीं है। हमारी संस्कृति में कुंभ की महिमा है। महाकुंभ सबके कल्याण की बात करता है।
स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कही ये बातें
स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि महाकुंभ को लेकर पहले की सरकारें उदासीन रहती थी लेकिन पिछले कुछ सालों से समय बदला है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी जी खुद संत हैं। उन्होंने महाकुंभ को लेकर बड़ा काम किया है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी और पीएम मोदी ने महाकुंभ को लेकर बहुत काम किया है। महाकुंभ को डिजिटल कुंभ कहा जा रहा है।
पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ
पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के द्वारा इसे डिजिटल कुंभ कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें बड़ी उदासीन थी। इतना सक्रिय नहीं रहती थीं। पीएम मोदी और सीएम योगी के कारण पूरे देश में अद्भुत वातावरण बना है।
भारत की सनातन संस्कृति कालजयी है
आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति कालजयी है। सामाजिक समरसता ही महाकुंभ का संदेश है। यह संस्कृति विश्व की एकता का संदेश देती है। हमारी संस्कृति का जितने भी उत्तम प्रतिमान हैं सब यहीं पर हैं। कोई भेदभाव नहीं है। महाकुंभ में सभी संप्रदायों के साधु-संत, महामंडलेश्वर एकीकृत हैं। कुंभ में हम सब एक साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह हरित कुंभ है, स्वच्छ कुंभ है, स्वस्थ कुंभ है। इसके अतिरिक्त यह ज्ञाम कुंभ है। इसके जरिए हम आयुर्वेद या अन्य तमाम चीजों के लिए दुनिया को यह बताना चाहते हैं कि सभी समस्या का हल ज्ञान में छिपा है।
मुसलमानों को लेकर कही ये बात
क्या कुंभ में मुसलमान भी आ सकते हैं? इस सवाल पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि यहां सबका स्वागत है, लेकिन पवित्रता का ध्यान रखा जाए..हम नहीं चाहते यहां थूक जिहाद हो जाए।
अवधेशानंद गिरि ने कहा कि हमारे सभी धार्मिक कार्यों और मठ-मंदिरों साफ-सफाई और पवित्रता का ध्यान रखा जाता है। हमारे सभी साधु-संतो ने भी यही कहा कि है कि हमारे मान-मर्यादा और गरिमा का ध्यान रखा जाए।