महाकुंभ 2025 का आयोजन अगले साल जनवरी और फरवरी के महीने में प्रयागराज में होना है। हालांकि, भारतीय रेलवे ने एक महीने पहले ही महाकुंभ के लिए पूरी तैयारी कर ली है। प्रयागराज महाकुंभ के लिए रेलवे की तैयारी अंतिम चरण में है। आठ दिसंबर को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव प्रयागराज का दौरा करेंगे। इस दौरान रेलवे बोर्ड के CEO और चेयरमैन सतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे। रेल मंत्री महाकुंभ 2025 को लेकर रेलवे की तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके बाद पीएम मोदी गंगा रेल ब्रिज और प्रयागराज-वाराणसी रेल ट्रैक का उद्घाटन करेंगे।
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे का बजट 950 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। इस बजट से कई ब्रिज बनाए जा रहे हैं और प्रयागराज-वाराणसी के बीच नया रेलवे ट्रैक बनाया गया है। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज का दौरा कर सकते हैं। इसी दौरान वह रेल ब्रिज का उद्घाटन करेंगे।
130 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें
महाकुंभ 2025 में प्रयागराज से वाराणसी के बीच ट्रेनें 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रयागराज-वाराणसी रेल ट्रैक और गंगा रेल ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आठ दिसंबर को प्रयागराज के दौरे पर परियोजनाओं का निरीक्षण करेंगे। गंगा रेल ब्रिज, सीएमपी रेल ओवर ब्रिज और झूंसी रामबाग डबल ट्रैक बन कर तैयार हो चुका है। गंगा रेल ब्रिज और प्रयागराज, वाराणसी रेल ट्रैक दोहरीकरण का कार्य भारतीय रेलवे के संगठन आरवीएनएल ने किया है। गंगा ब्रिज का निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ और महाकुंभ के पहले इससे ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। गंगा रेल ब्रिज प्रयागराज के दारागंज को झूंसी से जोड़ने का कार्य करता है, जो कि पुराने हो चुके आईजैट ब्रिज की जगह लेगा।
रोजाना गुजरती हैं 200 ट्रेनें
प्रयागराज में सीएमपी डिग्री कालेज के पास रेल ओवर ब्रिज और झूंसी से रामबाग के बीच भी ट्रैक दोहरीकरण कर इस रेल लाइन से जोड़ दिया गया है। इस ट्रैक से प्रति दिन लगभग 200 ट्रेनें गुजरती हैं। इस ट्रैक के माध्यम से अब दिल्ली-कोलकाता, हावड़ा और प्रयागराज कोलकाता, प्रयागराज गोरखपुर और प्रयागराज पटना के मध्य ट्रेनों की रफ्तार को गति मिलेगी।
(अनामिका गौर की रिपोर्ट)