प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आज का दिन काफी अहम है। दरअसल मकर संक्रांति के अवसर पर आज अमृत स्नान का पहला दिया है। ऐसे में प्रयागराज में करोड़ों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। साथ ही संगम में नहाने के लिए साधु-संतों व भक्तों का तांता लगा हुआ है। सुबह 8.30 बजे तक संगम में करीब 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डुबकी लगाई है। मकर संक्रांति के मौके पर अखाड़ों के साधु-संतों द्वारा अमिृत स्नान जारी है। बता दें कि साधु-संतों व अखाड़ों को महाकुंभ प्रशासन द्वारा महाकुंभ में अमृत स्नान करने के टाइमिंग की जानकारी साझा कर दी गई है ताकि एक-एक कर अखाड़े के साधु-संत महाकुंभ में स्नान कर सकें। बता दें कि इसी कड़ी में प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और ड्रोन से महाकुंभ क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। ड्रोन फुटेज भी हमारे पास मौजूद हैं, जिसमें देख सकते हैं कि कितनी भारी संख्या में श्रद्धालु अमृत स्नान करने के लिए संगम तट पर पहुंचे हैं।
संगम घाट पर अबतक 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
बता दें कि दिन की शुरुआत से ही संगम पर भक्तों व श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। सुबह 8.30 बजे से अबतक करीब 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है। मकर संक्रांति के मौके पर अखाड़ों के साधु-संतों द्वारा अमृत स्नान जारी है। मकर संक्राति संगम में सबसे पहली डुबकी नागा साधुओं ने लगाई। मकर संक्रांति पर सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने अमृत स्नान किया है। गौरतलब है कि पहला अमृत स्नान करने के कई मामये हैं। यह सोमवार को पौष पूर्णिमा के अवसर पर संगम क्षेत्र में पहले बड़े स्नान के एक दिन बाद हुआ है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया ट्वीट
बता दें कि अमृत स्नान के दौरान 13 अखाड़ों के साधु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाते हैं। इसके बाद ही आम जनों को संगम में स्नान करने दिया जाता है। महाकुंभ मेले का मुख्य आकर्षण अमृत स्नान को ही माना जाता है। इसमें सबसे पहले स्नान का अवसर नागा साधुओं को दिया जाता है। इस मौके पर सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट भी किया। उन्होंने कहा, 'यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है। आज लोक आस्था के महापर्व मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में प्रथम अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालु जनों का अभिनंदन!।'