सुल्तानपुर एनकाउंटर मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा लगातार सवाल खड़े किए जा रहे थे। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को बयान देते हुए इस एनकाउंटर को फर्जी बताया था। इस बीच अब सुल्तानपुर एनकाउंटर मामले की मिजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। सुल्तानपुर के जिलाधिकारी ने इस घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। डीएम कृतिका ज्योत्सना ने बताया कि इस मामले की जांच एसडीएम लंभुआ को सौंपी गई है। माना जा रहा है कि इसके बाद सुल्तानपुर में लूट के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर का सच सामने आ सकेगा। बता दें कि इस एनकाउंटर को लेकर अखिलेश यादव ने कहा था कि मंगेश की जाति देखकर उसे सटाकर गोली मारी गई थी।
अखिलेश यादव ने उठाए थे सवाल
बता दें कि मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर बयान दिया था। उन्होंने बयान देते हुए लिखा, "दो दिन पहले जिसको उठाया और एनकाउंटर के नाम पर बंदूक सटाकर गोली मारकर हत्या की गई। अब उसकी मेडिकल रिपोर्ट को बदलवाने का दबाव डाला जा रहा है। इस संगीन शासनीय अपराध का सर्वोच्च न्यायाल तुरंत संज्ञान ले, इससे पहले की ये सबूत मिटा दिए जाएं।" अखिलेश यादव लगातार मंगेश यादव मामले को लेकर यूपी सरकार और एसटीफ पर आरोप लगा रहे हैं कि फर्जी तरीके से मंगेश यादव को गोली मारी गई।
व्यापारी के यहां हुई थी लूटपाट
बता दें कि 6 सितंबर को समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल जौनपुर मंगेश यादव के घर पहुंचा था। इस दौरान सपा नेता ने मंगेश के परिवार को सात्वना दिया। बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर शहर के ठठेरी बाजार में भरत जी सर्राफा के यहां दिनदहाड़े करोड़ों की लूट हुई थी। इस लूटकांड में शामिल जौनपुर के बदमाश मंगेश यादव को एसटीएफ ने गुरुवार की सुबह एनकाउंटर में मार गिराया था। वहीं तीन बदमाशों सचिन सिंह, गोविंद सिंह और त्रिभुवन उर्फ लाला को एनकाउंटर के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं गिरोह का के सरगना विपिन सिंह ने रायबरेली कोर्ट में गैंगस्टर मामले में सरेंडर कर दिया था।
(इनपुट-जागृति श्रीवास्तव)