प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार की रात पुलिस की मौजूदगी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाले तीन शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि 28 मार्च 2022 की रात को ही गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के भाई अशरफ ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी और कहा था कि दो हफ्ते में उसे मार दिया जाएगा। इसके साथ ही अशरफ ने यह भी दावा किया था कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उन्हें धमकी दी थी कि उन्हें दो सप्ताह में जेल से बाहर ले जाया जाएगा और मार दिया जाएगा, और शनिवार की रात, अतीक और अशरफ को मीडिया से बातचीत के बीच पत्रकारों के रूप में पेश करने वाले तीन युवकों ने बेहद करीब से गोली मार दी थी। वे उस समय मारे गए जब पुलिसकर्मी उन्हें जांच के लिए यहां एक मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे।
पिछले महीने, अशरफ को 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में पेश होने के लिए उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। जहां अशरफ को उमेश पाल की हत्या मामले में अदालत ने बरी कर दिया था, तो वहीं उसके भाई माफिया अतीक को दोषी ठहराया गया था और साबरमती जेल भेज दिया गया था।
अशरफ ने कहा था-'मुझे 2 हफ्ते में मार दिया जाएगा'
अशरफ ने दावा किया था "मुझे कहा गया है कि दो हफ्ते के बाद आपको किसी कारण से जेल से बाहर ले जाया जाएगा और मार दिया जाएगा। मैं उस पुलिस अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं कर सकता जिसने मुझे धमकी दी थी। एक साजिश रची गई है, मेरे और मेरे परिवार को खत्म करने की साजिश रची गई है।
सीएम योगी के लिए कही थी ये बात
उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर फर्जी मुकदमों का आरोप लगाया गया है, इसलिए वह मेरे दर्द को अच्छी तरह समझते हैं। "मीडियाकर्मियों के कुछ सवालों के जवाब में अशरफ ने कहा था "मेरी हत्या के बाद, एक सीलबंद लिफाफा प्रयागराज के मुख्य न्यायाधीश और सीएम योगी आदित्यनाथ के पास पहुंचेगा। क्या मैं आपको माफिया की तरह दिखता हूं? मैं पिछले तीन साल से जेल में हूं। मैं एक बार विधायक रह चुका हूं। मैं कैसे कर सकता हूं। मैंने जेल में रहते हुए साजिश रची?"
अशरफ ने उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के बारे में भी बताया था। अशरफ ने दावा किया था, "शाइस्ता परवीन की मेयर का चुनाव लड़ने की योजना थी और वह चुनाव प्रचार में लगी हुई थी, इसलिए उसके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए।"
गुड्डू मुस्लिम के बारे में बता रहा था कि...मार दी गई थी गोली
अशरफ ने उमेश पाल हत्याकांड में अपनी संलिप्तता से भी इनकार किया था, यह कहते हुए कि लगातार निगरानी के दौरान हत्या की योजना बनाना उनके लिए संभव नहीं था। शनिवार की रात गोली मारने से कुछ देर पहले अशरफ ने गुड्डू मुस्लिम का भी नाम लिया, जिसने इसी साल 24 फरवरी को उमेश पाल पर बाइक से बम फेंका था।
"मैं बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम..." अशरफ ने ये बात कही थी और अपना बयान खत्म भी नहीं कर पाया था कि उसे और अतीक को गोली मार दी गई। अतीक अहमद के सिर में गोली लगी थी। अगला शॉट अशरफ के लिए था और वे गुड्डू मुस्लिम के बारे में क्या खुलासा करने जा रहा था, ये अबताक अज्ञात है।
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