उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अकबरनगर में एक कमर्शियल बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण के दौरान मलबे में कई लोगों के दबकर मरने की अफवाह से माहौल बिगड़ गया। लोगों के मरने की अफवाह से माहौल बिगड़ा तो लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस हंगामे के बाद अकबरनगर इलाके में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
कुछ लोगों ने फैलाई अफवाह
उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि व्यावसायिक बिल्डिंग को गिराया जा रहा था, जिसका मलबा बगल की इमारत में गिरा। दोनों ही इमारत में कोई नहीं था, लेकिन लोगों के बीच कुछ लोगों के मरने की अफवाह फैल गई। इसके बाद हालत थोड़ी देर के लिए बेकाबू हुई।
डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने कहा, "अकबरनगर में न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही थी, उसी दौरान एक बिल्डिंग का स्लैब पास में एक झोपड़ी से टकरा गया। कुछ लोगों ने झूठी अफवाह फैलाई, पथराव हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। कोई घायल नहीं हुआ है। कोई पुलिसकर्मी भी घायल नहीं हुआ है। किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है।"
पूरी कार्रवाई में सात मकान क्षतिग्रस्त
ध्वतीकरण करने वाली संस्था लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी का कहना है कि इस पूरी कार्रवाई में सात मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनको वसंत कुंज योजना में तत्काल आवास आवंटित किए जाएंगे, हालांकि जो भी कार्रवाई आज हुई उसकी पूरी परमिशन हाई कोर्ट से ली गई थी।
लखनऊ पुलिस अब उन लोगों को चिन्हित कर रही है, जिन्होंने मौके पर अवफाह फैलाई। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर हो रही है, लेकिन लोगों का विरोध हर दिन पुलिस प्रशासन और लखनऊ विकास प्राधिकरण के सामने नई-नई परेशानिया जरूर खड़ी कर रहा है।
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