प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रही गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के विदेश भागने की आशंका को देखते हुए उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। उसके साथ ही आरोपी गुड्डू मुस्लिम और शूटर साबिर के खिलाफ भी प्रयागराज पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। अब ये तीनों आरोपी विदेश नहीं भाग सकेंगे। शाइस्ता के विदेश भागने की पहले से आशंका बनी थी हालांकि साबिर और गुड्डू मुस्लिम के पासपोर्ट कब बने, ये पता नहीं चला है।
बता दें कि शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम की तलाश यूपी पुलिस की टीम उमेश पाल मर्डर के बाद से कर रही है। गुड्डू मुस्लिम कई महीनों से पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ है। यूपी पुलिस ने पिछले दिनों शाइस्ता पर 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये इनाम कर दिया था। पुलिस का कहना है कि शाइस्ता परवीन अपने यहां बदमाशों को पनाह देती है और अपने साथ शूटर्स रखती है। उमेश पाल मर्डर केस का आरोपी साबिर उसके बेहद खास लोगों में शामिल है। साबिर 5 लाख का इनामी बदमाश है। उमेश पाल हत्याकांड को लगभग 79 दिन हो चुके हैं लेकिन शाइस्ता परवीन, गुड्डू मुस्लिम अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं। सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इन दोनों के साथ अन्य शूटरों को STF कब गिरफ्तार करेगी?
शूटर अरमान को लेकर यूपी पुलिस खामोश क्यों हैं?
यूपी पुलिस और मीडिया अतीक की पत्नी शाइस्ता और शूटर गुड्डू मुस्लिम को पकड़ने के लगभग नामुमकिन काम में इस तरह उलझ गई है कि लगता है कि सुर्खियां अतीक के सहयोगी अरमान से पूरी तरह से दूर हो गई हैं। अरमान भी फरार है और उसकी गिरफ्तारी पर पांच लाख रुपये का इनाम है। पुलिस टीमें लगातार गुड्डू मुस्लिम और शाइस्ता परवीन के लोकेशन ट्रेस कर रही हैं और छापेमारी कर रही है जबकि अरमान के ठिकाने का कोई सुराग नहीं है। प्रयागराज से 25 फरवरी को भागकर अरमान कहां रुका था या कहां शरण ली थी, इस बारे में भी पुलिस टीमों को कुछ पता नहीं है।
ढाबा चलाता था सासाराम का रहने वाला अरमान
उमेश पाल की हत्या के करीब 10 दिन बाद ऐसी खबरें आईं कि अरमान ने बिहार के सासाराम कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने ऐसी किसी घटना की पुष्टि नहीं की है। यहां तक कि पुलिस अधिकारी गुड्डू मुस्लिम और अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और शूटर साबिर की तलाश में कौशांबी, प्रयागराज और अन्य स्थानों पर छापे मारने की पुष्टि कर रहे हैं, लेकिन अरमान को गिरफ्तार करने के बारे में चुप हैं। अधिकारियों ने बताया कि अरमान मूल रूप से बिहार के सासाराम का रहने वाला है और सिविल लाइंस में ढाबा चलाता था। वह अपने एक भरोसेमंद गुर्गे आशिक उर्फ मल्ली के संपर्क में आने के बाद अतीक के गिरोह में शामिल हो गया। सूत्रों के मुताबिक कुछ साल पहले अरमान को सिविल लाइंस पुलिस ने एक देसी पिस्टल और कुछ कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके अलावा उसका कोई बड़ा आपराधिक इतिहास नहीं है।
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बाइक पर एक साथ दिखे थे अरमान और गुड्डू मुस्लिम
उमेश पाल की हत्या के बाद वायरल हुए फुटेज में अरमान और गुड्डू मुस्लिम को बाइक पर एक साथ मौके पर पहुंचते देखा जा सकता है। अरमान ने हेलमेट पहना हुआ है और उसे उमेश पाल की कार पर गोलियां चलाते देखा जा सकता है। अरमान की पहचान सीसीटीवी फुटेज से हुई और उसका नाम उमेश की पत्नी जया पाल की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में शामिल किया गया। बाद में, अरमान के कुछ वीडियो वायरल हुए जिसमें उसे शाइस्ता परवीन के साथ देखा गया, जब वह मेयर पद के लिए प्रचार कर रही थीं। उसे शूटर साबिर के साथ भी देखा गया था।