कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी वायनाड सीट पर पहले ही मतदान हो चुका है। इसके अलावा वह यूपी की रायबरेली सीट से भी इंडी अलायंस के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर 20 मई को वोटिंग होनी है। इस समय वह रायबरेली में जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। आज उन्होंने महराजगंज स्थित मेला ग्राउंड में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित किया। जब राहुल का संबोधन खत्म हो गया तो भीड़ ने उनसे जोर-जोर से सवाल पूछना शुरू कर दिया। भीड़ बार-बार एक ही सवाल दोहरा रही थी कि राहुल शादी कब करेंगे? जब राहुल ने भीड़ को जोर से आवाज लगाते सुना तो उन्होंने अपने आसपास खड़े लोगों से पूछा कि भीड़ क्या सवाल पूछ रही है। जब खुद ही उन्हें सवाल सुनाई दे गया तो उन्होंने कहा, ''अब जल्द ही करनी पड़ेगी।''
'रायबरेली मेरी दोनों माताओं की कर्मभूमि, इसलिए यहां चुनाव लड़ने आया हूं'
उन्होंने आज रायबरेली के साथ अपने परिवार के रिश्तों को याद करते हुए कहा कि यह उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तथा उनकी मां सोनिया गांधी की भी कर्मभूमि रही है और इसीलिए वह यहां से चुनाव लड़ने आए हैं। रायबरेली संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार राहुल गांधी यहां के महराजगंज स्थित मेला ग्राउंड में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। राहुल गांधी ने अपनी छोटी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी में उपस्थित लोगों को एकदम पारिवारिक माहौल में संबोधित करते हुए कहा, ''आप लोग मेरा परिवार हो और रायबरेली से हमारा रिश्ता 100 साल पुराना है। हमारे परदादा पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपना राजनीतिक जीवन रायबरेली में किसानों, मजदूरों के साथ शुरू किया था।''
सोनिया गांधी के साथ हुई बातचीत को किया शेयर
राहुल गांधी ने कुछ समय पहले सोनिया गांधी के साथ हुई बातचीत को साझा करते हुए कहा कि मां वो होती है, जो रास्ता दिखाती है, जो रक्षा करती है। उन्होंने कहा कि उन्हें उनकी मां के साथ ही इंदिरा गांधी ने भी रास्ता दिखाया और उनकी रक्षा की। उन्होंने कहा कि इसीलिए वह कहते हैं कि उनकी दो माएं हैं। राहुल गांधी ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा, ''मैं आपसे यह बात इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मेरी दोनों माताओं की यह कर्मभूमि है, इसीलिए रायबरेली से चुनाव लड़ने आया हूं।''
गांधी परिवार का गढ़ है रायबरेली
रायबरेली संसदीय क्षेत्र से इंदिरा गांधी 1967 और 1971 में निर्वाचित हुईं लेकिन आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में वह समाजवादी नेता राजनारायण से पराजित हो गई थीं। 1999 में सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद निर्वाचित हुईं और 2004, 2009, 2014 और 2019 में भी उन्होंने यह सीट बरकरार रखी। सोनिया गांधी के चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करने के बाद कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी को उम्मीदवार बनाया है। सभा में सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए गांधी ने कहा, ‘‘यह चुनाव इस मायने में अजीब है क्योंकि पहली बार भाजपा और आरएसएस के लोग हमारे संविधान को नष्ट करने में लगे हैं। इनके नेताओं ने कहा है कि अगर हम चुनाव जीते तो संविधान को फाड़ देंगे।''
संविधान की किताब हाथ में लेकर PM मोदी पर बोला हमला
उन्होंने अपने हाथ में ली हुई एक किताब दिखाते हुए कहा कि हिंदुस्तान के कमजोर लोगों को जो भी उनके हक मिले हैं, वे इस किताब (संविधान की प्रति दिखाते हुए) की वजह से मिले हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ''इस किताब के बिना जो सरकार होगी वह अडानी और अंबानी की सरकार होगी। आज जो आपकी थोड़ी भी हिफाजत है, वह खत्म हो जाएगी।'' उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी जिन्हें चाहते हैं वो दो तीन लोग ही सरकार चलाएंगे और जैसे ही संविधान खत्म होगा रोजगार खत्म हो जाएगा। आरक्षण खत्म हो जाएगा और गरीबों के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे।’’ गांधी ने मतदाताओं को चेताते हुए कहा ''लड़ाई संविधान बचाने की है, गरीबों की रक्षा करने की है।'' उन्होंने आरोप लगाया, ''नरेन्द्र मोदी ने पिछले 10 साल में 22 अरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है।'' मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उन्होंने तंज किया, ''आपने अंबानी की शादी, 10 करोड़ की घड़ी देखी। ये मीडिया हमारे आपके नहीं... ये अडानी-अंबानी और मोदी के हैं।’’
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