लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दलों द्वारा तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही है। कौन किस पार्टी के साथ जा रहा है, इसपर अब भी काम जारी है। नेताओं द्वारा अधिक से अधिक संख्या में चुनावी रैलियां की जा रही है। आरएलडी भाजपा के साथ जुड़ गई। इसके बाद अब आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने बयान जारी किया है। उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि हमारा चुनाव चिन्ह नल है। वहीं भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल है। कमल को भी पानी की जरूरत होती है। कमल खिलेगा, वो (साइकिल) तो जनता के हाथ में फिसल रही है।
समाजवादी पार्टी पर साधा निशाना
इससे पहले मंगलवार को शामली में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने शतरंज के खेल को समझाते हुए कहा कि विपक्षी हमें 6-7 का गणित सिखा रहे थे। विपक्षी बेगम देना चाह रहे थे। बादशाह लेना चाह रहे थे। दरअसल कैराना लोकसभा में वो भाजपा-रालोद के संयुक्त प्रत्याशी प्रदीप चौधरी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि चौधरी साहब के जाने के बाद आपने मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है। मुझे यह अधिकार है कि आपके हित के लिए कार्य करूं। मैं
चौधरी सूरजमल को यहां श्रद्धांजलि देता हूं।
भाजपा और रालोद एकसाथ
बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीखों से पूर्व रालोद और सपा के बीच सीटों को बंटवारे को लेकर बात अटकी पड़ी थी। इस बीच भाजपा ने दाव खेलते हुए भारत रत्न पुरस्कार की घोषणा की। इस लिस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का नाम शामिल था। इसके बाद ऐसी संभावनाएं जताई जाने लगी कि जयंत चौधरी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसके बाद आगामी कुछ दिनों में वो भाजपा के साथ हो चलें। बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब रालोद और भाजपा संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने जा रही है। बता दें कि यूपी में 7 चरणों में चुनाव होंगे। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होगी, वहीं 1 जून को सातवें चरण के लिए मतदान किया जाएगा और 4 जून को चुनाव के परिणाम घोषित होंगे।