लोकसभा चुनाव 2024 अब जल्द ही समाप्त होने वाला है। देश के विभिन्न राज्यों में 6 चरणों के चुनाव समाप्त हो चुके हैं। वहीं, अब एक जून को आखिरी चरण का चुनाव संपन्न होगा। यूपी में भी आखिरी चरण का चुनाव 1 जून को होगा। हालांकि, आखिरी चरण के लिए वोटिंग से पहले ही समाजवादी पार्टी को यूपी में बड़ा झटका लगा है। राज्य के बलिया जिले में पार्टी के दिग्गज नेता नारद राय ने सपा को अलविदा कह दिया है।
कौन हैं नारद राय?
नारद राय तीन दशक से ज़्यादा से राजनीति में हैं और भूमिहारों के बड़े नेता माने जाते है। रविवार को बलिया में अखिलेश यादव की रैली हुई थी जिसमें अखिलेश के रवैये से नारद राय नाराज हो गये थे। सोमवार की रात ओमप्रकाश राजभर के साथ नारद राय वाराणसी में अमित शाह से मिले। आपको बता दें कि नारद राय सपा सरकार में पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक भी रह चुके हैं।
राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत करूंगा- नारद राय
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद नारद राय ने इस बारे में जानकारी साझा की है। उन्होंने X पर लिखा- "दुनिया में भारत का डंका बजाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के गृह मंत्री राजनीति के चाणक्य अमित शाह के संकल्प की समाज के अंतिम पंक्ति में बसे गरीब को मज़बूत करने वाली सोच और राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत करूंगा।"
समर्थकों की रैली बुलाई
नारद राय ने सपा से बगावत करने से पहले अपने आवास पर समर्थकों की रैली बुलाई थी। उन्होंने मुलायम सिंह यादव को भी याद किया था। उन्होंने कहा था कि नेता जी का सेवक रहा हूं, नेता जी ने कहा था यदि अपने लोगों के सम्मान पर आंच आये तो किसी से भी बगावत कर जाना लेकिन झुकना मत। उन्होंने कहा कि नेता जी आपका दिया गुरु मंत्र अंतिम सांस तक याद रखूंगा और अपने लोगों के लिए सदैव लड़ूंगा।
ये भी पढ़ें- यूपी: सपा को लगा करारा झटका, गिरफ्तार किए गए MLA रफ़ीक अंसारी, न्यायिक हिरासत में भेजे गए
यूपी: माफिया मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी को HC ने दी बड़ी राहत, पुलिस को लगाई फटकार