19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान शुरू हो रहे हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि आजम खां की करीबी और मुरादाबाद से सपा उम्मीदवार रुचि वीरा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंच से पुलिस को औकात में रहने वाले भाषण पर पुलिस की तरफ से विभाग के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने की बात कहते हुए रुचि वीरा व सपा जिला अध्यक्ष सहित 5 के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमा मुगलपुरा थाने के सब इंस्पेक्टर की ओर से कराया गया है। जिलाधिकारी ने भाषण का वीडियो होने की बात बताते हुए मुकदमे की पुष्टि की। जानकारी दे दें कि रुचि वीरा के खिलाफ ये दूसरा मुकदमा है। इससे पहले आचार संहिता के उल्लघंन के मामले में भी मुकदमा दर्ज हो चुका है।
14 अप्रैल को दिया था भाषण
जिला अधिकारी मानवेंद्र सिंह के अनुसार, 14 अप्रैल को मुरादाबाद में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का कार्यक्रम प्रस्तावित था लेकिन मौसम खराब के कारण प्रोग्राम अधूरा रह गया और वो नहीं आ पाए थे। वहीं पर सपा उम्मीदवार रुचि वीरा ने पुलिस को धमकाने वाली और औकात में रहने वाली बातें कही हैं जो कि आचार संहिता का उल्लघंन है। उसी क्रम में FIR दर्ज की गई है, इसके लिए यहां से नोटिस भी जारी किया गया था। जो हमारे पास फुटेज आए थे उसमें स्पष्ट था कि उन्होंने पुलिस को धमकी दी है। इसमें पांच लोगों के नाम हैं जिनमें रुचि वीरा और सपा जिला अध्यक्ष के नाम भी शामिल हैं।
क्या लिखा गया FIR में?
थाना मुगलपुरा के एसआई ने रुचि वीरा सहित 5 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर में लिखा गया है कि सपा प्रत्याशी रुचि वीरा व समर्थकों ने पहले हमलावर होकर हेलीपैड के पास की बैरिकेटिंग तोड़ने की कोशिश करते हुए सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की। उसके बाद मंच पर जाकर भड़काऊ भाषण देकर 'पुलिस वालों को औकात में रहने और पुलिस वालों भाजपा का एजेंट मत बनो' जैसे शब्दों से पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। इससे मेरी और पुलिस विभाग के सम्मान को ठेस पहुंची है। मेरी रिपोर्ट लिखकर कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें।
(इनपुट- राजीव शर्मा)
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