उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी (SP) मेरठ लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी बदल सकती है। सपा ने इस सीट से भानु प्रताप को टिकट दिया है। हालांकि, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को मेरठ के पार्टी नेताओं और भानु प्रताप को लखनऊ बुलाया था। अखिलेश ने मीटिंग में कहा कि भानु प्रताप सिंह को टिकट दिए दस दिन हो गए, लेकिन वो चुनाव का माहौल नहीं बना पाए, लोगों के बीच नहीं गए और सिर्फ सोशल मीडिया में ही प्रचार रहा।
स्थानीय नेताओं में नाराजगी?
कहा जा रहा है कि भानु प्रताप सिंह को लेकर मेरठ के सपा के सीनियर लीडर के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। इस कारण बड़े नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने लोकसभा चुनाव से दूरी बना ली थी। नेताओं की नाराजगी को देखते हुए उन्हें लखनऊ बुलाया गया। बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव द्वारा भानु प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने को सहन नहीं कर पा रहे हैं। स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों का मानना है कि पार्टी किसी स्थानीय नेता को ही प्रत्याशी बनाए। ऐसे में माना जा रहा है कि आज होने वाली बैठक में मेरठ सीट से प्रत्याशी बदला जा सकता है।
कौन हैं भानु प्रताप सिंह?
बता दें कि भानु प्रताप सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। भानु प्रताप सिंह ने अपनी पार्टी जनहित संघर्ष बनाई थी और 2017 में बुलंदशहर से विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें सिर्फ 1224 वोट मिले थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी।
यूपी में सात चरणों में चुनाव
गौरतलब है कि 543 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा 80 सीटें यूपी में ही हैं। यूपी में सात चरणों में चुनाव होंगे। लोकसभा चुनाव भी सात चरणों में होगा। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को, दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को, तीसरे चरण का मतदान 7 मई को, चौथे चरण का मतदान 13 मई को, पांचवे चरण का मतदान 20 मई को, छठे चरण का मतदान 25 मई को और सातवें और अंतिम चरण का मतदान एक जून को होगा। 4 जून को एक साथ पूरे देश में वोटों की गिनती होगी।
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