उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर चुनाव से पहले बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। जानकारी मिली है कि रामपुर से समाजवादी पार्टी नेता और जेल में बंद आजम खां के करीबी असीम रजा का नामांकन खारिज हो गया है और उनकी जगह समाजवादी पार्टी ने मौलाना नदवी को अपना कैंडिडेट बनाया है। बता दें कि असीम रजा ने खुद को समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार बताकर बुधवार को नामांकन दाखिल किया था लेकिन राजा का पर्चा आज जांच के बाद खारिज हो गया। इसको लेकर जिलाधिकारी जोगेन्दर सिंह ने बताया कि आसिम राजा का नामांकन पत्र में जांच के दौरान कुछ खामियां पाई गईं जिसके बाद आज उनका नॉमिनेशन निरस्त कर दिया गया है।
असीम रजा का नामांकन क्यों हुआ खारिज?
जिलाधिकारी जोगेन्दर सिंह ने बताया कि फार्म A,B और प्रारूप 2 नहीं होने के चलते रजा का नामांकन खारिज हुआ है। बता दें कि रजा सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खां के करीबी माने जाते हैं। साल 2022 में आजम खां जब विधानसभा के लिये चुने गए थे तो उन्हें संसद की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव में सपा उम्मीदवार के रूप में असीम रजा ही मैदान में उतरे थे। हालांकि तब उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के घनश्याम लोधी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
खुद को सपा प्रत्याशी बताकर किया था नामांकन
राजा ने नामांकन करने के बाद संवाददाताओं से कहा था, "हमने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार की हैसियत से अपना नामांकन भरा है। कौन चुनाव मैदान में रहेगा, यह 30 मार्च (नाम वापसी की तिथि) को तय होगा।" इस सवाल पर कि रामपुर से सपा उम्मीदवार के तौर पर उनके साथ-साथ मुहिबउल्ला नदवी ने भी नामांकन किया है, राजा ने कहा, "मैं कह रहा हूं कि 20 लोग पर्चा भर दें, उससे क्या होता है। अगली 30 तारीख को सब ‘फाइनल’ हो जाएगा।"
आसिम राजा ने भी खुद के सपा प्रत्याशी होने का दावा करते हुए पर्चा दाखिल कर दिया था। इससे इस बात को लेकर संशय की स्थिति पैदा हो गयी थी कि आखिर सपा का अधिकृत प्रत्याशी है कौन।
मुहिबउल्ला नदवी होंगे सपा के प्रत्याशी
हालांकि इसके बाद शाम को समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने मौलाना नदवी को अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया था। बता दें कि मुहिबउल्ला नदवी दिल्ली के संसद मार्ग स्थित जामा मस्जिद के इमाम हैं। उन्होंने बुधवार को सपा प्रत्याशी के रूप में रामपुर से नामांकन पत्र दाखिल किया था।