लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने EVM पर सवाल उठाने पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला है। शनिवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो बैलेट लूटने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पुख्ता हार को देख कांग्रेस के लोग EVM पर दोषारोपण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो चरणों के चुनाव के रुझान ने साफ कर दिया है कि देश में फिर एक बार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है।
‘2014 से लगातार हम सब इस बात को सुन रहे हैं’
सीएम योगी ने गोमांस मुद्दे पर भी कांग्रेस और INDI अलायंस को निशाने पर लिया। सीएम योगी ने पूछा कि वे अपने घोषणापत्र में लिख रहे हैं अल्पसंख्यकों को उनकी पसंद के खान-पान का अधिकार दिया जाएगा। उन्होंने पूछा कि आखिर अल्पसंख्यकों का ऐसा कौन सा खान-पान है जो शेष समुदाय से अलग है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर गठबंधन के अन्य सहयोगियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। मुख्यमंत्री ने EVM के मुद्दे पर कहा है कि इंडी गठबंधन जब भी हार रहा होता है, तो अपनी हार का ठीकरा EVM पर डालने का प्रयास करता है। 2014 से लगातार हम सब इस बात को सुन रहे हैं।
‘अपना गुस्सा EVM पर फोड़ने की कोशिश कर रहे’
सीएम योगी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से पूछा कि पिछले साल हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में क्या बैलेट पेपर से सरकार बनी थी? उन्होंने पूछा, ‘2004 में यूपीए की सरकार और 2018 में राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की तथा दिल्ली और पंजाब में AAP की सरकार क्या बैलेट पेपर से बनी थी? जो लोग EVM को नकार रहे हैं ये वही हैं जो बैलेट बॉक्स लूटने का काम करते थे। अगर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की सुचिता को सुनिश्चित किया है तो ये लोग अपना गुस्सा EVM पर फोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।’
‘NDA को मिलने जा रहा है 400 पार का जनादेश’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो फेज के चुनाव के रुझान ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा, ‘देश ने तय कर लिया है कि अबकी बार 400 पार का जनादेश NDA को देने जा रही है। जब NDA भाजपा के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है तो खीझ मिटाने के लिए इंडी गठबंधन के लोग ईवीएम को निशाना बना रहे हैं। ये लोग अपनी हार को पुख्ता कर रहे हैं और दोषारोपण के लिए ईवीएम सबसे सस्ता औजार है।’