लोकसभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश की 4 विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ। इसमें दो सीटों पर बीजेपी और दो पर सपा ने जीत दर्ज की। दुद्धी (सोनभद्र) सीट समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से छीनी, जबकि बलरामपुर की गैंसड़ी सीट पर सपा का पहले से कब्जा बरकरार था। वहीं, शाहजहांपुर की ददरौल और लखनऊ पूर्वी पर बीजेपी ने अपना परचम लहराया है।
लखनऊ पूर्वी सीट बीजेपी विधायक आशुतोष टंडन के निधन के बाद खाली हुई थी। उपचुनाव में बीजेपी ने यहां ओपी श्रीवास्तव पर दांव लगाया। इंडिया गठबंधन की ओर से यहां से कांग्रेस के मुकेश चौहान मैदान में थे। इस सीट पर वर्ष 2017 और 2022 में बीजेपी से आशुतोष टंडन ही जीते थे। इस बार ओपी श्रीवास्तव ने यह सीट जीत ली। लखनऊ पूर्वी से भाजपा के ओपी श्रीवास्तव को 142948 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मुकेश चौहान को 89061 मिले।
ददरौल से बीजेपी की जीत
वहीं, ददरौल सीट से बीजेपी के अरविंद सिंह को 105972 वोट मिले और सपा के अवधेश कुमार वर्मा को 89177 वोट मिले। बलरामपुर की गैंसड़ी सीट पर सपा के राकेश यादव को 87120 वोट मिले, जबकि बीजेपी के शैलेश उर्फ शैलू को 77683 मत मिले। दुद्धी (सोनभद्र) से सपा के विजय सिंह को 82787 वोट मिले, जबकि भाजपा के श्रवण गौड़ को 79579 मत मिले।
निधन के बाद खाली हुई सीट
बता दें कि लखनऊ पूर्वी सीट बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आशुतोष टंडन के निधन के बाद पार्टी ने यहां से ओपी श्रीवास्तव पर दांव लगाया था। सपा ने यह सीट कांग्रेस को दी। पार्षद मुकेश सिंह चौहान मैदान में उतरे। ददरौल सीट बीजेपी विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन के बाद खाली हो गई थी। इसके बाद पार्टी ने उनके बेटे अरविंद सिंह को मैदान में उतारा। इंडिया गठबंधन ने उनके सामने बसपा सरकार में राज्यमंत्री रहे अवधेश वर्मा पर दांव लगाया। गैंसड़ी सीट सपा विधायक डॉ. शिव प्रताप यादव के निधन से खाली हुई थी। यहां सपा ने डॉ. शिव प्रताप के बेटे राकेश कुमार यादव पर दांव लगाया था। भाजपा ने पूर्व विधायक शैलेंद्र सिंह शैलू को मैदान में उतारा। दुद्धी के बीजेपी विधायक रामदुलार गोंड को दुष्कर्म मामले में सजा होने और अदालत से अयोग्य ठहराने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ। बीजेपी ने संघ से जुड़े श्रवण गोंड पर तो सपा ने सात बार विधायक रहे विजय सिंह गोंड पर दांव लगाया। (IANS)
ये भी पढ़ें-