उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव प्रचार जोरों पर है। इस बीच नेताओं के दलबदल का भी सिलसिला जारी है। ताजा मामला बिजनौर का है जहां के सांसद मलूक नागर ने बसपा से इस्तीफा देने के कुछ घंटे के भीतर राष्ट्रीय लोक दल (RLD) में शामिल हो गए। दिल्ली में मलूक नागर को जयंत चौधरी ने पार्टी में शामिल कराया। बता दें कि एनडीए गठबंधन में आरएलडी को बिजनौर और बागपत सीट मिली है। जयंत चौधरी ने बिजनौर से चंदन चौहान और बागपत से राजकुमार सांगवान को उम्मीदवार बनाया है।
जयंत चौधरी की तारीफ की
राष्ट्रीय लोक दल में शामिल होने के बाद मलूक नागर ने जयंत चौधरी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पिछले 39 सालों से हम लोग लगातार विधायक और सांसद बनते आ रहे हैं। जब मैं सांसद बना तो आरएलडी का बहुत बड़ा योगदान था। जीत में जयंत चौधरी की बहुत बड़ी भूमिका थी। कांग्रेस की तरह हमारी सीटें कभी ख़ाली नहीं रही।
बसपा ने टिकट देने से किया था इनकार
आरएलडी में शामिल होने से पहले मलूक नागर ने गुरुवार को बसपा से इस्तीफा दे दिया। नागर को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने बिजनौर से टिकट देने से इनकार कर दिया था। कहा जाता है कि प्रमुख गुर्जर नेता नागर का बिजनौर और आसपास के इलाकों में अपने समुदाय पर प्रभाव है।
बसपा प्रमुख मायावती को लिखा पत्र
बसपा सुप्रीमो मायावती को लिखे पत्र को उन्होंने एक्स हैंडल पर साझा किया। मायावती को लिखे पत्र में नागर ने कहा कि मौजूदा हालातों और राजनीतिक माहौल को देखकर आज मैं मेरे बड़े भाई लखीराम नागर, (पूर्व मंत्री), मेरी धर्मपत्नी सुधा नागर, (पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष) हम सभी बहुजन समाज पार्टी को छोड़ रहे हैं। पत्र में उन्होंने लिखा कि हमारे परिवार में करीब पिछले 39 वर्षों से लगातार कांग्रेस व बसपा से कई बार ब्लॉक प्रमुख व कई बार चेयरमैन जिला परिषद, अध्यक्ष जिला पंचायत व कई बार विधायक और सांसद रहे हैं। साथ ही यूपी सरकार में मंत्री भी रहे हैं। आपके आशीर्वाद से हम कई पदों पर रहे, इसके लिए हम हमेशा आपके आभारी रहेंगे।
रिपोर्ट- अविनाश तिवारी और विशाल पांडे