लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती भी अपने प्रत्याशियों के समर्थन में एक के बाद एक रैली कर रही हैं। अब उन्होंने मेरठ में पार्टी उम्मीदवार देवव्रत कुमार त्यागी के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया है। इस सीट पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण में चुनाव होंगे। जनसभा में मायावती ने दावा किया कि अगर उनकी पार्टी केंद्र की सत्ता में आयी तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाया जाएगा। आइए जानते हैं कि मायावती ने और क्या-क्या कहा है।
आरक्षण को लेकर सपा पर हमला
लोहिया नगर क्षेत्र के अलीपुर मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने समाजवादी पार्टी पर भी बड़ा हमला बोला। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा नहीं चाहती कि अनुसूचित जाती (एससी)- अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ मिले। मायावती ने कहा कि सरकारी नौकरियों में दलितों, आदिवासियों को दिया जाने वाला आरक्षण वर्षों से अभी तक पूरा नहीं हुआ।। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस को भी कटघरे में खड़ा किया।
मायावती ने अपनी जनसभा में प्रोमोशन में आरक्षण का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सपा ने अपनी सरकार में एससी-एसटी वर्ग के सरकारी कर्मचारियों को प्रोमोशन में आरक्षण खत्म कर दिया था। उन्होंने याद दिलाया कि बसपा जब पदोन्नति में आरक्षण को प्रभावी बनाने के लिए राज्यसभा में संशोधन विधेयक लेकर आई तो सपा सांसदों ने इस बिल को फाड़ दिया था। मायावती ने लोगों से पूछा कि ऐसी समाजवादी पार्टी दलितों शोषितों का क्या भला कर सकती है?
पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाएंगे- मायावती
मेरठ की रैली में मायावती ने यूपी के पश्चिमी क्षेत्र को मिलाकर अलग से राज्य बनाने का भी वादा किया। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि बसपा ने अपनी सरकार में यूपी से अलग तीन राज्य बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था लेकिन इसे अमल में नहीं लाया गया। आपको बता दें कि साल 2011 में यूपी में बसपा की सरकार थी और मायावती राज्य की सीएम थीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश को विभाजित कर के पूर्वांचल, पश्चिमी उप्र और बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने का प्रस्ताव पारित किया था। (इनपुट: भाषा)
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