देवरिया : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र के भाटपाररानी में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की आत्मा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में घुस गई है। मैं औरंगजेब को फिर से जिंदा नहीं होने देना है और इसलिए आपके पास आया हूं ।
भारत की आत्मा के साथ कर रहे खिलवाड़
उन्होंने कहा, ये जितने भी कांग्रेसी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के लोग हैं, ये भारत के मूल्य एवं आदर्शों के विरुद्ध आचरण कर रहे हैं। भारत की आत्मा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। भारत की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं इसलिए यह आप सबसे अपील है कि रविंद्र कुशवाहा आपके लोकप्रिय सांसद है इन्हें विजयी बनाइये। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपका आशीर्वाद एक बार फिर से रविंद्र कुशवाहा को प्राप्त हो। आपको जो वोट रविंद्र कुशवाहा को देंगे वो एक बार फिर मोदी जी के पास जाएगा और केंद्र में मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
विपक्षी गठबंधन सत्ता में आया तो तालिबानी शासन थोपेगा
इससे पहले मंगलवार को बिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ आरोप लगाया कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ सत्ता में आता है तो वह तालिबानी शासन, जजिया कर थापेगा। बीजेपी के लिए पटना साहिब से उम्मीदवार एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और आरा से उम्मीदवार आर.के.सिंह के समर्थन में अलग-अलग चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए योगी ने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस और ‘इंडिया’ का घोषणा पत्र कहता है कि अगर उसकी सरकार आई तो पर्सनल लॉ लागू किया जाएगा। रविशंकर जी ने जिस लड़ाई को अदालत में लड़कर तीन तलाक की प्रथा को समाप्त करवाया। ये चाहते हैं कि तीन तलाक प्रथा फिर से चालू हो जाए।’’
‘जजिया कर’ की तरह ‘विरासत कर’ लागू करेगी कांग्रेस
उन्होंने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन ‘तालिबानी शासन’ लाना चाहता है जिसमें ‘‘महिलाओं को स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में जाने की आजादी नहीं होगी और उन्हें हमेशा बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया जाएगा’’। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘जजिया कर’ की तरह ‘विरासत कर’ लागू करना चाहती है। जजिया कर मध्यकालीन समय में मुस्लिम शासकों द्वारा अन्य धर्म के लोगों पर लगाया जाता था। योगी ने कहा, ‘‘वे औरंगजेब का जजिया कर लाना चाहते हैं जिसके कुकर्मों के कारण मुसलमान अपने बच्चों का नाम मुगल शासक के नाम पर रखने से डरते हैं।’’
(रिपोर्ट-विनोद, देवरिया)