बीजेपी ने पिछले दिनों मेनका गांधी के सांसद बेटे वरुण गांधी का पीलीभीत से टिकट काट दिया। टिकट कटने के बाद वरुण गांधी का अगला कदम क्या होगा। हर कोई जानना चाहता है। क्या बीजेपी उन्हें गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली से चुनाव लड़वाना चाह रही है या फिर बीजेपी का कोई और गेम प्लान है।
अपनी ही सरकार को घेरते रहे वरुण गांधी
दरअसल, वरुण गांधी बीजेपी शासित सरकारों को हमेशा अलग-अलग मुद्दों पर घेरते रहे हैं। चाहे यूपी सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार वरुण गांधी सोशल मीडिया पर वो बयान दिए जो पार्टी लाइन से हटकर थे। युवाओं, बेरोजगारों और गरीबों के मुद्दे पर वरुण गांधी अक्सर सरकार के खिलाफ खुलकर बोलते रहे।
वरुण गांधी ने यूपी सरकार इन मुद्दों पर घेरा
वरुण गांधी ने यूपी सरकार की आलोचना करते हुए 21 दिसंबर 2023 को एक्स हैंडल पर ट्वीट किया कि 'करोड़ों परिवार उजाड़ने वाली शराब का ‘राजस्व वृद्धि’ के लिए प्रचार किया जाना दुखद है। शराब का नकारात्मक असर शराबी से अधिक उनके परिवार पर पड़ता है, महिलाओं व बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। क्या ‘रामराज्य’ में सरकार के पास राजस्व बढ़ाने के लिए इससे बेहतर विकल्प नहीं है? उन्होंने एक खबर को भी रिट्वीट जिसमें लिखा था कि यूपी में शराब सस्ती हो सकती है।
यूपी में सारस और आरिफ की दोस्ती की कहानी आप जानते ही होंगे। जब सारस और आरिफ को अलग कर चिड़ियाघर में रखा गया तो वरुण गांधी ने 12 अप्रैल 2023 को कहा कि सारस और आरिफ की कहानी खास है! एक दूसरे को सामने पा कर इन दोनों दोस्तों की ख़ुशी बता रही है कि इनका प्रेम कितना निश्छल और पवित्र है। यह खूबसूरत जीव स्वच्छंद आकाश में उड़ने के लिए बना है, पिंजरे में रहने के लिये नहीं। उसे उसका आसमान, उसकी आजादी और उसका मित्र वापिस लौटा दीजिए। वरुण गांधी का यह बयान यूपी सरकार के कदम के वितरीत था। यूपी में बीजेपी की ही सरकार है।
खराब सड़कों पर साधा निशाना
वरुण गांधी ने यूपी में कथित तौर पर बन रही सड़कों के घटिया निर्माण को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने 3 नवंबर 2023 को एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें यह दावा किया गया था कि करोड़ों की लागत से बनी सड़क में घटिया सामाग्री का इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा कि लगभग 4 करोड़ की लागत से बनी इस सड़क के अनूठे ‘क्वॉलिटी चेक’ के परिणाम देख हम सभी स्तब्ध हैं। जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे की ऐसी बर्बादी बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। यूपी के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद सड़क को बनाने वाले ठेकेदार पर गंभीर कार्यवाही सुनिश्चित करें। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि 15 हजार करोड़ की लागत से बना एक्सप्रेसवे अगर बरसात के 5 दिन भी ना झेल सके तो उसकी गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं। इस प्रोजेक्ट के मुखिया, सम्बंधित इंजीनियर और जिम्मेदार कंपनियों को तत्काल तलब कर उनपर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करनी होगी।
यूपी पुलिस में भर्ती को लेकर कही ये बात
यूपी के सरकारी विभागों ने रिक्त पदों को लेकर भी वरुण गांधी हमेशा सरकार पर हमलावर रहे। 29 अक्टूबर 2022 उन्होंने एक्स हैंडल पर ट्वीट कर कहा कि चार साल से यूपी पुलिस की भर्ती का इंतजार कर रहे लाखों छात्र ओवर-एज हो चुके। ना भर्ती मिली, ना कोई उम्मीद। सोशल मीडिया पर वह लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं पर सुनवाई नहीं है। यही छात्र जब सड़क पर आएंगे तब उनपर ‘उपद्रवी’ होने का आरोप लगेगा। क्या यह अन्याय नहीं है? वरुण का यह बयान भी पार्टी लाइन से हटकर था।
केंद्र सरकार को इन मुद्दों पर हमेशा घेरते रहे वरुण गांधी
वरुण गांधी ने एक सिंतबर 2022 को एक्स हैंडल पर ट्वीट कर कहा कि युवाओं में रोजगार दर 20.9% से घटकर 10.4% रह गयी है, यह पिछले 5 वर्षों में सबसे न्यूनतम स्तर पर है। हाल ही में प्रधानमंत्री जी ने सभी विभागों से रिक्त पड़े 10 लाख पदों को भरने का आग्रह किया, पर अब तक कोई भी विभाग ठोस कार्य योजना नहीं बना सका। संघर्षशील युवा कब तक इंतजार करेगा?
फ्री राशन को लेकर रही ये बात
6 अगस्त 2022 को वरुण गांधी ने कहा कि जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर ‘धन्यवाद’ की आकांक्षा रखता है। वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं (कारोबारियों) का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है। ‘मुफ्त की रेवड़ी’ लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है। सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है?
अपने ही पार्टी के सांसद को दी नसीहत
वरुण गांधी ने 3 अगस्त 2022 को कहा कि बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने आज सदन में ‘मुफ्तखोरी की संस्कृति’ खत्म करने पर चर्चा का प्रस्ताव रखा है। पर जनता को मिलने वाली राहत पर उंगली उठाने से पहले हमें अपने गिरेबां में जरूर झांक लेना चाहिए। क्यूं न चर्चा की शुरूआत सांसदों को मिलने वाली पेंशन समेत अन्य सभी सुविधाएं खत्म करने से हो?
गैस सिलेंडर के रेट बढ़ने पर सरकार को घेरा
3 अगस्त 2022 को वरुण गांधी ने ट्वीट किया कि पिछले पांच सालों में 4.13 करोड़ लोग LPG की सिंगल रीफ़िल का खर्च नहीं उठा सके, जबकि 7.67 करोड़ ने इसे केवल एक बार रीफ़िल किया। घरेलू गैस की बढ़ती कीमतें और नगण्य सब्सिडी के साथ गरीबों के 'उज्जवला के चूल्हे' बुझ रहे हैं। “स्वच्छ ईंधन, बेहतर जीवन” देने के वादे क्या ऐसे पूरे होंगे?
बेरोजगारी पर भी उठाया सवाल
28 जुलाई 2022 को वरुण गांधी ने कहा कि ससंद में सरकार द्वारा दिए गए यह आंकड़े बेरोजगारी का आलम बयां कर रहे हैं। विगत 8 वर्षों में 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी के लिए आवेदन दिया जिसमें से मात्र 7 लाख को रोजगार मिल सका है। जब देश में लगभग एक करोड़ स्वीकृत पद खाली हैं, तब इस स्थिति का जिम्मेदार कौन है? 4 जुलाई 2022 को वरुण गांधी ने कहा कि आंकड़े झूठ नहीं बोलते!देश की बेरोजगारी दर 7.8%, हरियाणा की बेरोजगारी दर 30.6%, 19 साल का हर दूसरा युवा बेरोजगार। प्रदेश में शिक्षकों के 50 हजार पद खाली। अग्निवीर युवा 4 वर्षों के बाद बेरोजगारी के इन्हीं आंकड़ों का हिस्सा बन जाएंगे। युवा बेरोजगारी के आंकड़ें या देश का भविष्य?
अग्निवीर योजना की निंदा करते हुए 15 जून 2022 को उन्होंने कहा कि सरकार भी 5 सालों के लिए चुनी जाती है। फिर युवाओं को सिर्फ 4 साल देश की सेवा करने का मौका क्यों?
वरुण गांधी ने 22 जुलाई 2022 को कहा कि रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को खत्म करना दुर्भाग्यपूर्ण है। जब सांसदों को रेल किराए में मिलने वाली सब्सिडी जारी है तब देश के बुजुर्गों को मिलने वाली राहत हमें ‘बोझ’ लगने लगी? उम्र के आखिरी पड़ाव पर अपने लोगों का साथ छोड़ देना असंवेदनशीलता है। पुनर्विचार हो। उनका यह बयान भी पार्टी लाइन से हटकर था।
18 जुलाई 2022 को कहा कि आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर GST लागू है। रिकार्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा। जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।
किसानों के हित में मुखर रहा स्वर
20 जून 2022 को वरुण गांधी ने कहा कि किसान जब अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरें तो वो खालिस्तानी, युवा सेना में बहाली को लेकर सड़कों पर आये तो वे जेहादी। देशभक्त युवा मां भारती की सेवा का भाव मन में लिए दधीचि की तरह अपनी हड्डियां गलाता है तब जा कर फ़ौज में नौकरी पाता है।लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन सबका अधिकार।
यूक्रेन में फंसे छात्रों को लेकर कही ये बात
फरवरी 2022 को कहा कि सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए है। ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है। हर आपदा में ‘अवसर’ नही खोजना चाहिए।
कंगना रनौत पर भी साधा निशाना
अभिनेत्री कंगना रनौत का एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू का एक वीडियो शेयर करते हुए वरुण गांधी ने 11 नवंबर 2011 को कहा कि कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? दरअसल वीडियो में कंगना यह कहते सुनी जा रही हैं कि असली आजादी 2014 में मिली है। पहले जो आदाजी मिली थी वो आजादी नहीं थी। वो भीख थी।