बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के नजदीक स्थित एक गांव में घर में खेल रही आठ वर्षीय बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया। बुधवार सुबह बच्ची का क्षत-विक्षत शव घर से कुछ दूर स्थित खेत में पाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के धर्मापुर रेंज अंतर्गत धर्मापुर गांव में मंगलवार देर शाम तीन बच्चियां अपने घर के आंगन में खेल रही थीं।
घर में खेल रही थी तीन बच्चियां
उन्होंने बताया कि खेलते-खेलते दो बच्चियां घर के अंदर चली गयीं लेकिन आठ वर्षीय श्यामा आंगन में रूक गयी। काफी देर तक बच्ची नहीं दिखी तो घर वालों ने खोजबीन शुरू की। वन विभाग को भी सूचना दी गयी। ग्रामीणों ने बताया कि घर के बाहर खून के निशान व तेंदुए के पदचिन्हों का पीछा करते हुए परिजनों, गांव वालों और वन विभाग के गश्ती दल को बुधवार सुबह एक खेत में श्यामा का क्षत-विक्षत शव मिला।
खेत में मिला क्षत-विक्षत शव
प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) बी.शिवशंकर ने बताया कि मंगलवार शाम तेंदुआ बालिका को खींच ले गया था। बुधवार सुबह उसका क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ है। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पीड़ित परिवार को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में 10 हजार रुपये दिए गए हैं।
पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा मिलेगा
वन क्षेत्राधिकारी मुबीन आरिफ ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने व अन्य औपचारिकताएं पूरी होने पर परिजनों को शासन द्वारा पांच लाख रुपये का मुआवजा दिलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जंगल से सटे गांवों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है और वन विभाग द्वारा एहतियातन क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गयी है। बता दें कि जंगल से सटे गांवों में तेंदुए का खतरा हमेशा बना रहता है। इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।
इनपुट-भाषा