उत्तर प्रदेश के कौशांबी से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जिस पुलिस पर चोरी रोकने की जिम्मेदारी होती है एक चोर ने उस पुलिस की ही वर्दी पर ही हाथ साफ कर दिया। इतना ही नहीं पुलिवाले करी वर्दी चुराने के बाद चोर ने उसी वर्दी का इस्तेमाल वाहनों को सड़क पर रोकर रौब झाड़ने में भी किया। इस पर कुछ लोगों को शक हुआ तो उन्होंने उसकी शिकायत पुलिस थाने में की,जिसके बाद वह रंगे हाथ पकड़ा गया। पुलिस ने लिखा-पढ़ी करने के बाद चोर को जेल भेज दिया है।
डायल 112 में कांस्टेबल पद पर तैनात हैं नीलेश कुमार
मिली जानकारी के अनुसार, डायल 112 में नीलेश कुमार कांस्टेबल पद पर तैनात हैं। नीलेश मूरतगंज कस्बे में एक किराए का कमरा ले कर रहते हैं। बताया जा रहा है कि जब कांस्टेबल ड्यूटी पर था, तभी दीवार फांद कर घर में घुसे चोर ने उनकी वर्दी, जूता, बेल्ट आदि पर अपना हाथ साफ कर दिया। इसके बाद वह रात में ही इमामगंज के पास वाहनों को रोककर रौब झाड़ने लगा। भले ही उसने पुलिस की रियाल वर्दी पहने रखी थी, लेकिन देखने मे वह कही से भी पुलिस नही लग रहा था, जिसके बाद लोगो ने इसकी जानकारी संदीपन घाट पुलिस को दी।
घर पहुंचे तो उड़ गए होश
वहीं, जब ड्यूटी पूरी कर घर पहुंचे तो होश उड़ गए, उन्होंने देखा कि घर से उनकी वर्दी, जूता, बेल्ट ग़ायब है। नीलेश ने तुरंत इसकी सूचना संदीपन घाट थाने में दी। दोनों सूचनाएं मिलने के बाद पुलिस को समझने में देर नही लगी। संदीपन घाट पुलिस को समझ आ गया कि वाहनों को रोक कर रौब झाड़ने वाला फर्जी पुलिस वाला कोई और नहीं यही चोर होगा।
कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल
इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए थाने में तैनात उपनिरीक्षक भंटूराम पुलिसकर्मियों के साथ बताए गए स्थान पर पहुंच गए। वहां पर एक युवक पुलिस की वर्दी में वाहनों को रोककर हड़का रहा था। जब उसने असली पुलिस वालों को देखा तो उसके होश उड़ गए। इसके बाद उपनिरीक्षक ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने अपना नाम वीरेंद्र कुमार निवासी सौराई थाना कड़ा धाम बताया। पुलिस लिखा-पढ़ी कर चोरी के आरोपी वीरेंद्र को न्यायलय के समक्ष पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
Report By- Aiyman Ahmed
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