कासगंज: बचपन में आपने एक कहानी सुनी होगी कि एक बिल्ली कच्चे घड़े में बैठ जाती है। उन कच्चे घड़ों को आग में तपाया जाता है, लेकिन इसके बाद भी वह जिंदा बाख जाती है। कहावत भी है कि जाको राखे साइयां मार सके न कोय। यह बात कासगंज में लोगों ने अपनी आंखों के सामने सच होते देखी, जहां बेहोश होकर रेलवे ट्रैक के बीचों बीच गिरी महिला के ऊपर से मालगाड़ी गुजर गई और उसे मलागाड़ी से कोई खरोंच भी नहीं आई। हालांकि बेहोश होकर गिरने से हल्की सी चोट आई है, लेकिन उसकी जान बच गई।
बेहोश होकर ट्रैक पर गिर गई महिला
कासगंज के गांव बाबूपुर निवासी 40 वर्षीय महिला हरप्यारी आर्यनगर में अपने परिवार के साथ रह रही थी। दो दिन पहले ही वह गांव से आई थी। आज जब घर से निकलकर सहावर गेट रेलवे क्रासिंग होते हुए दवा लेने के लिए बाजार जा रही थी। इसी बीच बेहोश होकर रेल ट्रैक के बीचों बीच गिर गई। तभी यार्ड की ओर से मालगाड़ी आ गई और यह मालगाड़ी ट्रैक के बीच गिरी महिला के ऊपर से गुजर गई। लोगों ने जब यह दृश्य देखा तो वह भौचक्के रह गए और घबरा उठे। तमाम लोग वीडियो भी बनाने लगे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
थोड़ी देर में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। फिर तो लोगों की जुबां पर एक ही बात थी कि जाको राखे साइयां मार सके न कोय। मालगाड़ी गुजरने के बाद लोगों ने महिला को उठाया तो वह होश में आ गई। बेहोश होकर गिरने से उसके सिर में मामूली चोट लगी थी। सूचना परिजनों को दी गई। परिजन उसे अस्पताल ले गए। महिला पहले से ही बीमार थी इसलिए उसे उपचार के लिए हायर सेंटर ले गए हैं। हालांकि मालगाड़ी से महिला को खरोंच भी नहीं आई है।