कानपुर के शिवराजपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन के आगे गैस सिलेंडर रखने की साजिश मामले में स्थानीय पुलिस और जांच एजेंसियों के रडार पर शाहरुख है। पुलिस ने बताया कि शाहरुख शिवराजपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। शाहरुख को कई महीनों बाद गांव में देखा गया था।
पुलिस की टीम ने बताया कि शाहरुख गांव का सबसे बड़ा शरारती तत्व है। घटना के एक दिन पहले वह गांव में दिखा था। वह घर न जाकर इलाके में घूम रहा था। पुलिस और जांच एजेंसियां शाहरुख की तलाश में जुटी हुई हैं।
ट्रैक पर रखे गैस सिलेंडर से टकरा गई ट्रेन
बता दें कि कानपुर में रविवार रात शिवराजपुर और बिल्हौर के बीच पटरियों पर एलपीजी सिलेंडर रखा गया था। इस सिलेंडर से भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 14117) टकरा गई थी। इसके बाद ट्रेन को रोक दिया गया था।
पेट्रोल की बोतल, माचिस और बारूद भी मिला
ट्रेन के लोको पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा रेल हादसा टल गया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि घटनास्थल पर पेट्रोल की एक बोतल, माचिस और बारूद जैसा पदार्थ भरा एक संदिग्ध बैग भी मिला है, जिससे तोड़फोड़ की कोशिश का संकेत मिलता है।
अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR
घटना के बाद रेलवे इंजीनियर रमेश चंद्र ने शिवराजपुर पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि एफआईआर भारतीय न्याय संहिता, विस्फोटक अधिनियम और रेलवे अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई है।
लोको पायलट ने लगाई इमरजेंसी ब्रेक
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) हरीश चंद्र ने बताया कि लोको पायलट ने देखा कि एलपीजी सिलेंडर पटरियों पर रखा हुआ है। उसने ट्रेन का आपातकालीन ब्रेक लगा दिया। चंद्रा ने बताया कि ट्रेन रुकने से पहले ही सिलेंडर से टकरा गई। वह पटरियों से दूर जा गिरा। उन्होंने बताया कि लोको पायलट ने गार्ड और गेटमैन को इस पूरे मामले की सूचना दी थी।
ज्ञानेंद्र की रिपोर्ट