Friday, January 10, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. उत्तर प्रदेश
  3. UP में कांवड़ यात्रा नेम प्लेट विवाद पर क्या बोला जमीअत उलमा-ए-हिंद? चिश्ती, नानक और गांधी की दिलाई याद

UP में कांवड़ यात्रा नेम प्लेट विवाद पर क्या बोला जमीअत उलमा-ए-हिंद? चिश्ती, नानक और गांधी की दिलाई याद

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि कांवड़ यात्रा वाले रूट पर सभी दुकानों, ठेलों पर अपना नाम लिखा जाए। इससे कांवड़ यात्री जान सके कि वो किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं।

Reported By : Shoaib Raza Edited By : Dhyanendra Chauhan Published : Jul 19, 2024 20:05 IST, Updated : Jul 19, 2024 20:12 IST
कांवड़ यात्रा
Image Source : PTI कांवड़ यात्रा

जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के रूट पर धार्मिक पहचान उजागर करने वाले आदेश की कठोर शब्दों में निंदा की है। मौलाना मदनी ने इस फैसले को अनुचित, पूर्वाग्रह पर आधारित और भेदभावपूर्ण बताया है।

मुसलमानों के साथ की जा रही घिनौनी साजिश

मौलाना मदनी ने कहा कि जिस तरह से सदियों तक दलित वर्ग को छुआछूत का शिकार बनाया गया। उनके अस्तित्व को अपवित्र बनाकर प्रस्तुत किया गया, अब मुसलमानों के साथ भी वैसा ही व्यवहार करने और उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक बनाने की घिनौनी साजिश की जा रही है। 

चिश्ती, नानक और गांधी का देश इसे स्वीकार नहीं कर सकता

मदनी ने कहा कि इस कार्रवाई से इस देश की सांस्कृतिक पहचान, इसके नक्शे, इसकी बनावट और इसकी महानता को अपवित्र किया जा रहा है। इसे महात्मा बुद्ध, चिश्ती, नानक और गांधी के देश में कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। 

जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी

Image Source : FILE PHOTO
जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी

दूरगामी होंगे इसके प्रभाव

मौलाना मदनी ने तर्क दिया कि हालांकि यह निर्णय व्यवहारिक रूप से एक विशिष्ट क्षेत्र में लागू किया जा रहा है, लेकिन इसके प्रभाव दूरगामी होंगे और उन शक्तियों को ताकत मिलेगी जो मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार चाहते हैं। साथ ही देश के दुश्मनों को इससे अपने हित साधने का अवसर मिलेगा।

सांप्रदायिक सौहार्द को गंभीर नुकसान पहुंचेगा

मौलाना मदनी ने इस बात की ओर भी ध्यान दिलाया कि जिन क्षेत्रों से कांवड़ यात्रा गुजरती है, वहां मुसलमानों की बड़ी आबादी रहती है। मुसलमानों ने हमेशा उनकी आस्था और मान्यतओं का सम्मान किया है और कभी उनको ठेस नहीं पहुंचाई है। लेकिन इस तरह के आदेश से सांप्रदायिक सौहार्द को गंभीर नुकसान पहुंचेगा और लोगों के बीच दूरी और गलतफहमी पैदा होगी।

तुरंत वापस लिया जाए ये फैसला- मौलाना मदनी

मौलाना मदनी ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि वह इस निंदनीय फैसले को तुरंत वापस ले और सभी समुदायों के बीच एकता और सद्भाव स्थापित करने की राह अपनाए। उन्होंने कहा कि जमीअत उलमा-ए-हिंद ने हमेशा देश के सभी वर्गों को एकजुट किया है। वह इस अवसर पर सभी धर्मों के लोगों से भी अपील करती है कि वह इस निर्णय के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं।

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें उत्तर प्रदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement