उत्तर प्रदेश का माफिया नंबर-1 अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ ढेर कर दिए गए। इसकी जानकारी जेल में बंद अतीक के दोनों बड़े बेटों को कल रविवार शाम को दी गई। लखनऊ जिला जेल में बंद माफिया के बड़े बेटे उमर और प्रयागराज के नैनी जेल में बंद दूसरे बड़े बेटे अली को उसके पिता और चाचा खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या की पुष्टि रविवार शाम को जेल अधिकारियों की।
इन आरोपों में जेल में हैं दोनों बड़े बेटे
उमर को पिछले साल अगस्त में लखनऊ सीबीआई कोर्ट में सरेंडर करने के बाद जेल भेजा गया था। लखनऊ के कारोबारी मोहित जयसवाल को अगवा कर उसके साथ मारपीट करने के मामले में उसकी संलिप्तता सामने आई थी। जयसवाल को देवरिया जेल ले जाया गया था, जहां दिसंबर 2018 में अतीक अहमद को रखा गया था। इस बीच, माफिया के दूसरे बड़े बेटे अली को जबरन वसूली के एक मामले में उसी महीने गिरफ्तार कर नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। मामले में जमानत मिलने के बावजूद वह जेल में ही रहा, क्योंकि उसके खिलाफ एक और आपराधिक मामला लंबित था।
जेल अधिकारियों ने कल दी हत्या की जानकारी
जेल अधिकारियों ने कहा कि उमर को रविवार शाम करीब 5:30 बजे हत्याओं की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा, "घटना के बारे में जानने के बाद वह रोने लगा, लेकिन रात का खाना खा लिया।" इससे पहले जेल अधिकारियों ने कहा था, "रविवार शाम तक दोनों भाइयों को औपचारिक रूप से हत्याओं की जानकारी नहीं दी गई। दोनों ने अपनी दिनचर्या का पालन किया और उनके रिएक्शन से यह नहीं लगता कि उन्हें घटना की कोई जानकारी है। हालांकि, हम उन्हें शाम को घटना के बारे में सूचित करेंगे। दोनों पहले से ही 24 घंटे के लिए कैमरे के जरिए निगरानी में हैं।"
'बैरक में कोई अखबार नहीं भेजा गया था'
लखनऊ जेल के एक अधिकारी ने कहा कि उमर को घटना के बारे में जानकारी देने से बचने के लिए उसके बैरक में कोई अखबार नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा कि उमर 13 अप्रैल को यूपीएसटीएफ के साथ मुठभेड़ में अपने भाई असद की मौत के बारे में जानकर बुरी तरह रो रहा था। वहीं, राजरूपपुर सुधार गृह में बंद अतीक के दो नाबालिग बेटे को पिता और चाचा की हत्या की जानकारी शनिवार की रात को ही मिल गई थी, क्योंकि इनकी रिहाई की मांग को लेकर सैकड़ों लोग सुधार गृह के बाहर जमा हो गए थे। दोनों नाबालिग बेटे पिता और चाचा की अंतिम विदाई में शामिल हुए थे।
शाइस्ता के कब्रिस्तान पहुंचने की खबर
इस बीच, माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के सरेंडर करने की संभावना जताई गई थी। उमेश पाल हत्याकांड में नामजद होने के बाद से शाइस्ता परवीन फरार है। हालांकि, अतीक के सुपुर्द-ए-खाक के मौके पर शाइस्ता के कब्रिस्तान पहुंचने की खबर आई है।