लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों से गड्ढा मुक्ति अभियान के लिए एक बार फिर से डेडलाइन तय की है। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि दिवाली तक सभी जगह पर उत्तर प्रदेश में गड्ढा मुक्ति अभियान पूरा कर लिया जाए। लेकिन मंगलवार को मुख्यमंत्री जब लखनऊ में देवा रोड स्थित आरएसएस के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे। उसी दौरान सड़क पर गड्ढा होने के बाद मुख्यमंत्री का काफिला भी कुछ देर के लिए धीमा हो गया। इसके बाद सीएम योगी बहुत नाराज हुए और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। नगर निगम के 2 कर्मचारियों को लापरवाही के आरोप में ससपेंड भी किया गया है। लिहाजा इंडिया टीवी ने गड्ढा मुक्ति अभियान का रियलिटी चेक किया।
लखनऊ के देवा रोड की हाथ से ही निकल रही रोड़ी और बजरी
इंडिया टीवी की टीम उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में गई तो सड़क पर गड्ढा मुक्ति अभियान की हकीकत पता चली। सबसे पहले हम लखनऊ के देवा रोड पर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री का काफिला निकला था और इसके बाद सीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई थी। देवा रोड पर स्थित उन गड्ढों को भरा तो गया है लेकिन सिर्फ दिखावे या यानी खानापूर्ति का काम किया गया है। जिस रोड़ी और बजरी से सड़क के गड्ढे खत्म किए गए हैं या उनको पाटा गया है, वह पूरी तरीके से सड़क से अलग दिख रहे हैं। हाथ से उठाने से ही रोड़ी और बजरी एकदम अलग हो जा रही है। इसे देखकर शायद ही कोई यकीन करेगा कि मुख्यमंत्री के निकलने के बाद इस तरीके की खाना पूर्ति का काम किया गया है।
अधिकारी बोले- यूपी पीडब्ल्यूडी के अंदर नहीं आती वह सड़क
इस बारे में जब इंडिया टीवी ने यूपी पीडब्ल्यूडी विभाग के अध्यक्ष अरविंद कुमार जैन से बात की तो उनका कहना था कि पूरे प्रदेश में गड्ढा मुक्ति अभियान पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि जिस देवा रोड की इंडिया टीवी बात कर रहा है, वह रोड दरअसल सर्विस रोड के अंतर्गत आती है और इसका काम यूपी पीडब्ल्यूडी नहीं बल्कि NHAI देख रहा है। लेकिन मामला संज्ञान में आने के बाद सीनियर अधिकारी जल्द बेहतर व्यवस्था की बात ज़रूर कर रहे हैं।
दिवाली तक पूरा होगा गड्ढा मुक्ति अभियान
वहीं राजधानी लखनऊ की दूसरी सड़कों का हाल भी हमने जाना। अवध बस स्टेशन और हाई कोर्ट के ठीक बगल में अयोध्या रोड है। यहां पर सड़क में इतना बड़ा गड्ढा है कि यहां से गुजरने वाली गाड़ियों को लगभग थमना पड़ जाता है। अगर कोई भी गाड़ी यहां तेजी से निकलेगी तो उसका एक्सीडेंट होना बिल्कुल तय है। यूपी पीडब्ल्यूडी भी मानता है कि इस बार लम्बी बारिश की वजह से काम में निश्चित तौर पर कुछ कमी आई है, लेकिन जल्द ही इस कमी को पूरा करते हुए, क्वालिटी का ध्यान रखते हुए दिवाली तक पूरे उत्तर प्रदेश में गड्ढा मुक्ति अभियान सफलतापूर्वक संपन्न किया जाएगा। हालांकि लोग सड़कों पर मौजूद गड्ढों के कारण काफ़ी परेशान और नाराज़ नज़र आ रहे हैं।
ये आंकड़े हैं हैरान करने वाले-
अब अगर आंकड़ों की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा सड़क निर्माण के कार्य में यूपी पीडब्ल्यूडी लगा हुआ है। हालांकि अब तक यानि 20 सितंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कुल 3,89,287 किलोमीटर की रोड मौजूद है, जिसका सबसे बड़ा हिस्सा यूपी पीडब्ल्यूडी के पास है और ये आंकड़ा 2,66,098 किलोमीटर है। उत्तर प्रदेश में कुल 49,431 किलोमीटर की रोड गड्ढा मुक्ति के लिये प्रस्तावित है, जिनमें से 44,370 किलोमीटर रोड यूपी पीडब्ल्यूडी के हिस्से में आती है। लेकिन अब तक यानि 20 सितंबर तक कुल सड़कों में गड्ढा मुक्ति का 17.66% कार्य हुआ है। इसमें यूपी पीडब्ल्यूडी की बात करते समय ये आंकड़ा थोड़ा सा बेहतर यानि 18.31% है। लेकिन कुछ विभाग ऐसे भी हैं जिनमें गड्ढा मुक्ति का 0% कम हुआ है, जिसमें पंचायती राज विभाग और गन्ना विभाग शामिल हैं। हैरानी की बात यह भी है कि नगर विकास जैसे महत्वपूर्ण विभाग में अभी तक सिर्फ 3% गड्ढा मुक्ति का कार्य किया गया है।
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